उत्तराखंड में नियुक्ति पर कांग्रेस में असंतोष, बढ़ी नाराजगी
उत्तराखंड कांग्रेस की कार्यकारिणी को लेकर घमासान मच गया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रभारी कुमारी शैलजा ने एआईसीसी (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) की अनुमति के बिना की गई नियुक्तियों को रद्द कर दिया है, जिससे प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को करारा झटका लगा है। इस वजह से संगठन के भीतर असंतोष और नाराजगी की भावना भी उभर रही है।
इस कार्रवाई के बाद सवाल उठ रहे हैं कि प्रदेश कांग्रेस ने जो कार्यकारिणी की सूची एआईसीसी को वर्ष 2022 में भेजी थी, उसे आज तक मंजूरी नहीं मिली। इससे संगठन में जिम्मेदारी के मुद्दे पर असंतोष बढ़ गया है और कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है।
विधायक प्रीतम सिंह 2017 से 2021 तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे। इसके बाद 2021 से 2022 तक गणेश गोदियाल ने प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाली। अप्रैल 2022 में करन माहरा के अध्यक्ष बनने के बाद नई कार्यकारिणी के लिए नाम एआईसीसी को भेजे गए थे। हालांकि, अब तक एआईसीसी ने इन नामों को मंजूरी नहीं दी है।
संगठन की मजबूती के लिए, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कुछ जिलों में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की थी। लेकिन एआईसीसी की अनुमति के बिना की गई इन नियुक्तियों को प्रदेश प्रभारी ने रद्द कर दिया, जिससे प्रदेश कांग्रेस में एक नई उथल-पुथल मच गई है।