एसटीएफ के हत्थे चढ़ा कुख्यात अपराधी, हत्या के मामले में इतने सालों से चल रहा था फरार
हरिद्वार। उत्तराखंड एसटीएफ ने एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल की है। हरिद्वार में हुई हत्या के मामले में कुख्यात अपराधी बलबीर सिंह को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। वह पांच सालों से वांछित था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा मामले की जानकारी देते हुये बताया कि लेबर कालोनी रानीपुर हरिद्वार में दिनांक 10-08-2018 को एक व्यक्ति की पुत्री के साथ तीन व्यक्तियों द्वारा छेड़छाड़ की घटना की गयी थी। जिसका विरोध उसके भाई हेमन्त द्वारा किया गया तो तीनों अभियुक्तो वीर सिंह, बलवीर एवं विरेन्द्र द्वारा हेमन्त के साथ मारपीट कर उसके सिर पर चोट मारकर हत्या कर दी गयी व एवं तीनो अपराधी मौके से फरार हो गये थे। जिसमे से हरिद्वार पुलिस द्वारा एक अभियुक्त वीरेन्द्र को उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया था, परन्तु इस घटना में शामिल अन्य 02 अभियुक्त वीर सिंह व बलबीर सिंह तब से लगातार फरार चल रहे थे। इन दोनो अभियुक्तो की गिरफ्तारी पर पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र द्वारा 50-50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। ये दोनो ईनामी हत्यारे एसटीएफ की रडार पर थे, जिनकी गिरफ्तारी को लेकर पिछले काफी समय से एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही थी।
जिसके फलस्वरुप स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड द्वारा दिनाक 31-11-2023 को अभियुक्त वीर सिंह की गिरफ्तारी रामजीवाला छकड़ा थाना मण्डावर जनपद बिजनौर से कि गई थी । इसकी गिरफ़्तारी के पश्चात इसी मामले मे अन्य 50,000 के फरार इनामी अभियुक्त बलबीर को लेकर स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड को महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी जिस पर स्पेशल टास्क फोर्स लगातार कार्य कर रही थी इस अभियुक्त के बारे में सूचना मिली कि ये अपराधी कुछ दिन पहले से रानीपुर मोड हरिद्वार स्थित न्यू पंजाब ढाबा पर तंदूर का कार्य कर रहा है इस सूचना पर स्पेशल टास्क फोर्स कि टीम द्वारा देर रात रानीपुर मोड हरिद्वार स्थित न्यू पंजाब ढाबा पर दबिश मार कर गिरफ्तार कर लिया अभियुक्त ने पूछताछ मे बताया कि घटना के बाद से ही यह वह राजस्थान चला गया था फिर वह दिल्ली व हरियाणा मे काफी दिनों तक अपनी पहचान छिपा कर अलग-अलग होटलों मे तंदूर का काम करता रहा कुछ दिन पहले रानीपुर मोड स्थित न्यू पंजाब ढाबे पर तंदूर का काम करने के लिए हरिद्वार आ गया था ।
स्पेशल टास्क फोर्स ने इस प्रकरण मे फरार दोनों 50-50 हजार इनामी अपराधियों को पकड़ने मे विशेष रणनीति अपनाई गई क्योंकि दोनों ही अपराधी खानाबदोश किस्म के थे, इनका कोई स्थानीय पता न होने के कारण गिरफ्तारी कर पाना बहुत कठिन हो रहा था साथ ही दोनों ही अपराधी किसी प्रकार से मोबाईल फोन का प्रयोग नहीं करते थे और अपने घरवालों के संपर्क मे भी नहीं रहते थे। अभियुक्तों कि गिरफ़्तारी पूर्णत मैनुवली सूचना पर सम्भव हो पायी है। पकड़े गए आरोपों की पहचान बलबीर सिंह पुत्र श्रवण गिरी मूल निवासी ग्राम चिड़ियापुर थाना लक्सर हरिद्वार हाल लेबर कालोनी सैक्टर-2 बीएचईएल रानीपुर हरिद्वार के रूप में हुई।
पुलिस टीम:-1- निरीक्षक अबुल कलाम, एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
2- उ0नि0 विद्या दत्त जोशी, एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
3- उ0नि0 धर्मेन्द्र सिंह , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
4- उ0नि0 यादवेन्द्र बाजवा , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
5- हे0का0 संजय कुमार , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
6- हे0का0 महेन्द्र सिंह, एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
7- हे0का0 संदेश यादव , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
8- हे0का0 बिजेन्द्र चौहान , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
9- का0 मोहन असवाल, एसटीएफ उत्तराखण्ड ।