फर्जी कंपनी खोलकर लोगों को बनाते थे शिकार, कंपनी संचालकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
हल्द्वानी। जनता के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाली फर्जी कम्पनी धनलक्ष्मी इंटरप्राइजेज मामले में पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस ने इस मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से कार, बोलेरो, एसी, लेपटॉप, सोफा, गीजर, चिमनी आदि बरामद की गई है।
मामले में जानकारी देते हुए एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि एसओजी और थाना प्रभारियों को धोखाधड़ी के मामलों में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इस क्रम में मुखानी थाने में पंजीकृत अभियोग मामले में पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। पीड़ित विनय रौतेला निवासी बद्रीपुरा, जय कुमार सिंह ने बताया कि धनलक्ष्मी इंटरप्राइजेज नामक कंपनी के मालिक और कर्मचारी उनके दो वाहनों को किराए में लेकर फरार हो गए। साथ ही फर्जी चेक देकर एसी, लैपटॉप, आरओ समेत अन्य इलैक्ट्रॉनिक सामान हड़प लिया। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इसके आधार पर दो आरोपियों राज चौधरी पुत्र देवेन्द्र सिंह निवासी राजनगर एक्टेन गाजियाबाद और विनीत कुमार पुत्र निवासी भोलोरा, लोनी रोड गाजियाबाद को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि धनलक्ष्मी नामक कंपनी बनाई गई। जिसमें जायसवाल को मालिक बनाकर एजेंट रखे गए। यह एजेंट घर-घर जाकर लोगों से मोती की माला बनाने का काम देकर सिक्योरिटी के नाम पर 1500 रूपये जमा करा लेते थे। माला बनाने के ऐवज में वह 100 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से एक व्यक्ति को देते थे। लोगों द्वारा तैयार की गई मालाओं को वह कंपनी कार्यालय में जाकर तोड़ देते थे और पुनः पैकिंग के लिए देते थे। कंपनी के घाटे में जाने पर उक्त लोगों ने फर्जी बैंक चेक देकर महंगे-महंगे इलेक्टॉनिक एवं अन्य सामान लेकर भागने की योजना बनाई। इसके आधार पर वह लाखों का माल समेटकर फरार हो गए। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वाहनों के साथ ही अन्य सामान बरामद कर लिया है। पुलिस टीम में पुलिस टीम में एसआई सुनील गोस्वामी, फिरोज आलम, एसओजी प्रभारी राजवीर सिंह, कांस्टेबल चन्दन नेगी, दिनेश नगरकोटी, भानु प्रताप जोशी, अशोक रावत, अनिल गिरी शामिल रहे।