उत्तराखण्डक्राइमजन-मुद्देदेहरादून

जंगल में आग लगाने वालों पर पैनी नजर, चार आरोपी गिरफ्तार, डीजीपी ने कही यह बड़ी बात

ख़बर शेयर करें -

उत्तराखंड के जंगल लगातार धधक रहे हैं। ऐसे में आग लगाने वालों पर वन, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीम नजर रखे हुए है। इस क्रम में जंगल में आग लगाने वाले चार अराजक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि 6 अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है। डीजीपी का कहना है कि ऐसे तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है। 

डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा, कुछ लोगों की मानसिकता इतनी खराब हो चुकी है कि रील बनाने के लिए जंगल में आग लगा दी। ऐसे एक मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं मुख्य सचिव ने कहा, सरकार उन गांवों को पुरस्कृत करेगी, जहां ग्रामीणों ने अपने गांवों को जंगल की आग से बचाने का काम किया है। वनाग्नि प्रबंधन समिति के तहत भी पुरस्कार की व्यवस्था की गई है।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड में सनसनीखेज घटना: नशे में पति ने पत्नी को मार डाला

प्रदेश में जंगल की आग बेकाबू हो गई है। गढ़वाल से कुमाऊं तक सोमवार को 20 जगह जंगल धधके, जिससे 52 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र जल गया। गढ़वाल में सबसे अधिक 10 और कुमाऊं में नौ घटनाएं हुई हैं। आग पर काबू पाने के लिए एनडीआरएफ के साथ ही एयरफोर्स की मदद ली जा रही है। हेलिकॉप्टर से दो राउंड में लगभग पांच हजार लीटर पानी का छिड़काव किया गया।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया, हेलिकॉप्टर से आग बुझाने का अभियान जारी रहेगा। वहीं, कृत्रिम बारिश के लिए तकनीकी संस्थाओं को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। जंगलों की आग की राज्य में अब तक 930 घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे 1,196 हेक्टेयर से अधिक जंगल जल चुका है। सबसे अधिक 491 घटनाएं कुमाऊं और 365 घटनाएं गढ़वाल में हुईं, जबकि 74 मामले वन्य जीव क्षेत्र के हैं। बेकाबू हो चुकी आग से अब तक पांच लोगों की मौत और चार लोग झुलस चुके हैं।

यह भी पढ़ें -  मूसलधार बारिश से तबाही के आसार, उत्तराखंड के 7 जिलों में ऑरेंज अलर्ट

वन विभाग के अफसरों के मुताबिक, संवेदनशील जिलों में जरूरत पड़ने पर पुलिस, पीएसी, होमगार्ड और पीआरडी के जवानों की भी मदद ली जाएगी।कहा, महिला और युवक मंगल दलों के साथ ही स्वयं सेवी संस्थाओं को भी आग बुझाने में फायर वाचर के रूप में सहयोग लिया जाएगा। जंगलों में आग की रोकथाम के लिए खरपतवार और कूड़ा जलाने पर भी रोक लगा दी गई है। जंगलों में आग लगाने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। अब तक 383 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें 315 अज्ञात और 60 नामजद लोग शामिल हैं। 

यह भी पढ़ें -  SCERT और डायट की नियमावली में देरी पर शिक्षा मंत्री ने जताई नाराजगी, दिए ये निर्देश
What’s your Reaction?
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Join WhatsApp Group

Daleep Singh Gariya

संपादक - देवभूमि 24