उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर अब हर कोई नहीं चला सकेगा वाहन, दुर्घटनाओं पर सख्त हुए धामी, परिवहन विभाग को दिए निर्देश।
देहरादून अब उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में फोर व्हीलर गाड़ी चलाना आसान नहीं होगा। देवभूमि उत्तराखंड में विगत दिनों में कई बार वाहन दुर्घटनाओं की वजह से कई सैलानियों व तीर्थ यात्रियों की असामयिक मौत हुई है। विगत दिनों रुद्र प्रयाग में टेंपो ट्रैवलर के खाई में गिर जाने से 14 लोगों की जान चली गई। और एक जांच में पता चला कि इस ड्राइवर के पास पर्वतीय मार्गों का लाइसेंस नहीं था। अधिकतर बाहर से आने वाले वाहन चालकों को पर्वतीय मार्गों पर चलने का अनुभव लगभग नहीं के बराबर होता है। इसी के चलते यात्रियों की जान जोखिम में रहती है।
अतः इन्ही दुर्घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परिवहन विभाग को कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। जिसके अंतर्गत अब उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में आने वाले वाहन चालकों को सावधानी बरतनी होगी। इस संबंध में संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने बताया कि आने वाले वाहन चालकों की दक्षता की वास्तविक जांच की जाएगी। व उन्हें एक विशेष परीक्षा से गुजरना होगा। लाइसेंस हिल इंडोर्समेंट कराना होगा। इससे पर्वतीय मार्गों पर बेकाबू दौड़ रहे वाहनों पर रोक लगेगी और वाहन चालक पर्वतीय क्षेत्रों के संवेदन शील मार्गों के लिए उपयुक्त भी रहेगा।