उत्तराखण्डदेहरादूनशिक्षासोशल

ऑपरेशन मुक्ति के तहत पुलिस ने दो मासूमों के जीवन को दी नई दिशा

ख़बर शेयर करें -

रुद्रप्रयाग। पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड की ममतामयी एवं महत्वाकांक्षी योजना “ऑपरेशन मुक्ति” के सम्बन्ध में उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय की अपेक्षा के क्रम में व पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे द्वारा दिये गये निर्देशों व पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन्स श्रीमती हर्षवर्द्धनी सुमन के पर्यवेक्षण में प्रभारी एएचटीयू निरीक्षक मनोज नेगी के नेतृत्व में जनपद के सभी थाना स्तर पर भिक्षावृत्ति में लगे, गुब्बारे बेचने या कूड़ा बीनने या अन्य किसी भी कारणों से स्कूल न जा पाने वाले बच्चों के चिन्हीकरण की कार्यवाही के साथ-साथ आम जनमानस के मध्य जन जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।

यह भी पढ़ें -  लालकुआं में दुग्ध उत्पादकों का प्रदर्शन: महिला उत्पीड़न मामले में निष्पक्ष जांच की मांग

कोतवाली रुद्रप्रयाग की ऑपरेशन मुक्ति टीम द्वारा कुछ दिनों पूर्व गुलाबराय की तरफ लोहे के औैजार व बर्तन बनाने वाले लोगों (जिनको कि बागड़ी भी कहा जाता है) के छोटे बच्चों को स्कूल जाने हेतु चिन्हित किया गया था। आज नवीन शैक्षणिक सत्र 2023-24 के प्रारम्भ होने के पहले दिवस प्रभारी एएचटीयू निरीक्षक मनोज नेगी व ऑपरेशन मुक्ति टीम रुद्रप्रयाग के सदस्य मौ0 यासीन द्वारा इन 02 बच्चों विलन एवं विनायक के परिजनों सहित राजकीय प्राथमिक विद्यालय भाणाधार पहुंचकर, विद्यालय की प्रधानाद्यापिका से वार्ता कर आवश्यक औपचारिकतायें पूर्ण कराकर इन दोनों बच्चों का दाखिला कराया गया।

विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एवं स्टाफ द्वारा पुलिस के इस नेक कार्य का आभार प्रकट कर अवगत कराया गया कि पुलिस के इस पुनीत कार्य से निश्चित ही इन बच्चों के भविष्य की एक ज्योत जल उठी है, जो कि आगे इनके उज्ज्वल भविश्य के पथ प्रदर्शक के रूप में कार्य करेगी। निरीक्षक मनोज नेगी द्वारा इनके परिजनों से आग्रह किया गया कि वे अपने इन बच्चों को स्कूल के दिनों में हमेशा स्कूल भेजेंगे।

यह भी पढ़ें -  किशोरी से दुराचार मामले में नेताप्रतिपक्ष ने लगाया आरोपी भाजपा नेता को बचाने का आरोप

परिजनों द्वारा इस पर हामी भरी गयी है व पुलिस तथा विद्यालय परिवार का आभार प्रकट किया गया है। पुलिस के स्तर से इन बच्चों को बैग, नोट बुक व आवश्यक स्टेशनरी सामग्री दी गयी व भविष्य में भी आवश्यक मदद की जाती रहेगी। विद्यालय की ओर से बच्चों को स्कूल ड्रेस, किताबें व दिन के समय का मध्यान्ह भोजन (मिड डे मील) मुहैया कराया जायेगा।

यह भी पढ़ें -  केएमवीएन के स्थापना दिवस पर आयुक्त ने किया बाखली एवं ओपन रेस्टोरेंट का शुभारम्भ
What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Join WhatsApp Group

Daleep Singh Gariya

संपादक - देवभूमि 24