जालसाजों ने भूमि बेचने के नाम पर महिलाओं से ऐंठ ली लाखों की रकम, चंपत
रानीखेत। विकासखंड ताडीखेत के अंतर्गत जमीन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। इस आशय की एक प्राथमिकी भोपाल निवासी शिल्पी शर्मा व भावना प्रियंका ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को दर्ज की है। जिसमें आरोप है कि भोपाल मध्य प्रदेश के 3 लोगों को जो भूमि दिखाकर बेची गई थी, वह सरकारी जमीन है। पार्टनर बने युवक और खुद को भू स्वामी बताने वाले ने बकायदा रजिस्ट्री करा भोपाल निवासी खरीदारों से 35 लाख रुपए कैश ले लिया।
भूखंड के सीमांकन के लिए जमीन संबंधित कागजातों की जांच कराने पर पीड़ितों को ठगी का पता चला। संयुक्त मजिस्ट्रेट जयकिशन ने इस गंभीर मामले में कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं। जानकारी के अनुसार मामला वर्ष 2013 का है। गोविंदपुर भोपाल निवासी शिल्पी शर्मा के अनुसार राजस्व क्षेत्र कारचूली के झलोडी गांव में 7.9 नाली भूमि का 35 लाख रुपए में सौदा हुआ था। भूमि को गांव के ही नंदकिशोर तिवारी ने अपना बताया था।
बाहरी राज्य के होने के कारण एकमुश्त 7 नाली भूमि नहीं खरीदी जा सकती थी। लिहाजा शिल्पी के साथ ही भोपाल निवासी उसकी सहेली भावना प्रियंका राउत व उसके पति आशीष राउत ने अलग अलग 1-1 व सोनाली ने भूमि की रजिस्ट्री कराई। नपाई के बाद शेष 4 नाली का प्लाट उनके परिचित हल्द्वानी निवासी रमेश खेतवाल नामक व्यक्ति ने अपने पास रख ली। मगर प्लाट का रुपया उन्हीं से वसूला गया। पीड़िता ने बताया कि खेतवाल ने ही रानीखेत में प्लाट दिखाने के लिए प्रेरित भी किया था। पीड़ित पक्ष ने बताया कि कोरोना काल के बाद उन्होंने झलोडी में कॉटेज बनाने का निर्णय लिया।
9 साल बाद पहाड़ लौटे, लेकिन सीमांकन के दौरान तब होश उड़ गए जब पता चला कि जो जमीन दिखाकर उनसे मोटी रकम ली गई थी। वह वास्तव में उनकी है ही नहीं। मजेदार बात है कि आशीष राउत के नाम जो सवा नाली भूमि रजिस्ट्री कराई गई थी वह भूस्वामी नंदकिशोर ने 2015 में अपने पुत्र के नाम दान में दर्ज करा ली। उन्होंने बताया कि अब उन्हें खाईनुमा गधेरे की ओर जो जमीन दिखाई जा रही है, उसका अस्तित्व ही नहीं है।
जब उनसे जमीन की बात की जा रही है तो वह धमकी भी देने लगा है। इस मामले में संयुक्त मजिस्ट्रेट जयकिशन ने कहा कि एक धोखाधड़ी का मामला संज्ञान में आया है। पीड़ित पक्ष को सुनने के बाद कोतवाली पुलिस को तुरंत एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दे दिए गए हैं|आरोपितों के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई की जाएगी।