संस्कृति एवं पर्यटन की दृष्टि से विकसित हो महासू देवता मंदिरः महाराज
देहरादून। योग महोत्सव का आयोजन इस बार 15 मार्च से 21 मार्च तक किया जाएगा। जिसमें प्रख्यात योगाचार्यों द्वारा प्रशिक्षण देने के साथ-साथ बरसाने की फूलों की होली का प्रस्तुतिकरण और उच्च स्तरीय कलाकारों द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण एवं जलागम, मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को गढ़ी कैंट स्थित पर्यटन विकास परिषद में महासू मास्टर प्लान, कण्वाश्रम एवं योग महोत्सव 2024 की तैयारी के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति सतपाल महाराज ने बैठक के दौरान अधिकारियों से महासू देवता के मास्टर प्लान के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के साथ-साथ मंदिर परिसर को संस्कृति एवं पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने और सड़कों की कनेक्टिविटी के उचित प्रबंध करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लाखामंडल में लाक्षागृह का एक मॉडल बनाने के अलावा केदारनाथ तक महाभारत ट्रेल को विकसित करने को भी कहा जिससे वहां बड़ी संख्या में पर्यटक आ सकें।
श्री महाराज ने कण्वाश्रम को पौराणिक ग्रंथों के अनुरूप विकसित करने के साथ-साथ कण्वाश्रम में हस्तिनापुर के राजा दुष्यन्त तथा शकुंतला के दृश्यों को प्रदर्शित करने और उसे बौद्धिक, सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने के भी निर्देश दिए। श्री महाराज ने बैठक के दौरान योग महोत्सव 2024 की तैयारियों की समीक्षा के साथ-साथ जनपद रुद्रप्रयाग के चोपता में हट्स बनाने पर अदालत द्वारा लगाई गई रोक और नंदा देवी ट्रैकिंग तथा बुग्यालों में ट्रैकिंग पर लगी रोक को हटवाने के लिए भी कानूनी प्रक्रिया शुरू करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह पर्यटन मित्र बनाने के साथ-साथ प्रदेश में होम स्टे में जो 6 कमरों की संख्या निर्धारित की गई है उसे बढ़कर 12 किया जाये। बैठक में पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे, निदेशक प्रचार सुमित पंत, पर्यटन अनुसचिव हरीश, वित्त नियंत्रक जगत सिंह चौहान, समीक्षा अधिकारी विपिन चौधरी आदि उपस्थित थे।