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पर्यटक नगरी में चोरों का आतंक, ताबड़तोड़ हो रही वारदातें, अब मुख्य डाक घर में बोला धावा

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रानीखेत। पर्यटक नगरी में चोरी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। विगत दिनों सदर बाजार के बीचों बीच स्थित मुख्य डाकघर में चोरों ने ताले तोड़कर पुनः चोरी का प्रयास किया, लेकिन डाकघर में कैश उपलब्ध नहीं होने पर चोर असफल हो सामान बिखेर कर लौट गए। मुख्य डाकघर के अधिकारियों की तरफ से पुलिस को इस मामले की तहरीर दे दी गई है।

विगत रात्रि चोरों ने नगर के सदर बाजार स्थित मुख्य डाकघर के पिछले हिस्से का दरवाजे का ताला तोड़ने के बाद अंदर घुस कर भीतर के दरवाजों के सभी ताले भी तोड़ डाले। बेखौफ चोरों ने कार्यालय को खंगाल कर कैश की तलाश में ऑफिस में रखे सभी स्तावेज अस्त-व्यस्त कर दिए। सुबह प्रभारी पोस्टमास्टर उमेश चंद्र नैनवाल डाकघर पहुंचे तो ताले टूटे देख उनके होश उड़ गए।

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उन्होंने डाकघर के अंदर जाकर देखा तो कार्यालय का सामान और प्रपत्र बिखरे पड़े थे। सूचना मिलने के बाद पोस्ट ऑफिस के सभी कर्मचारी आनन-फानन में कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कार्यालय की जांच कर महत्वपूर्ण दस्तावेज चेक किए। प्रभारी पोस्ट मास्टर ने बताया कि सभी दस्तावेज सुरक्षित पाए गए। उन्होंने कहा कि घटना की तहरीर कोतवाली में दे दी गई है।

गौरतलब है कि रानीखेत और आसपास के इलाकों में लंबे समय से सक्रिय चोरों का गिरोह बेखौफ वारदातों को अंजाम देता जा रहा है। लेकिन पुलिस प्रशासन के निकम्मेपन का आलम यह है ये बेखौफ बार बार घटना को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं। कुछ दिन पूर्व ही बदमाशों ने कोसी में एटीएम के शटर का ताला काट डाला था। लेकिन वह सेंट्रल लॉक तोड़ने में सफल नहीं हो पाए।

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उसके तीन-चार दिन बाद ही चोरों के गिरोह ने रानीखेत कोतवाली से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित नैनीताल बैंक में गैस कटर से 8 ताले काट दिए थे। पुलिस के डर से बेखौफ चोर बैंक के लाकर तक भी पहुंच गए थे। लेकिन लाकर का ताला नहीं टूटने पर वह अपने मंसूबों पर कामयाब नहीं हो पाए। क्षेत्र में इससे पहले मजखाली स्थित डाकघर में भी सेधमारी का मामला सामने आ चुका है। जिस कारण स्थानीय जनता में भी भय का माहौल बना हुआ है।

लोगों का कहना है कि शहर एवं उसके आसपास हो रहे निर्माण कार्यों में बिल्डर बाहरी मजदूरों एवं ठेकेदारों को शह देकर बिना पुलिस वेरिफिकेशन के अपने काम करवा रहे हैं जिसमे पुलिस प्रशासन भी लिप्त दिखाई पड़ता है। इसलिए यही संदिग्ध लोग पुलिस की नाक तले लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। तभी अभी तक किसी भी चोरी का खुलासा पुलिस करने में नाकामयाब ही साबित हुई है। अगर समय रहते पुलिस प्रशासन नहीं जगा तो कभी कोई बढ़ी घटना भी इस गिरोह द्वारा गठित हो सकती है| सभी चोरियों में पुलिस की निष्कृयता आम जनता में चर्चा का विषय बनी हुई है।

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Daleep Singh Gariya

संपादक - देवभूमि 24