गर्लफ्रेंड ने सपेरे की मदद से कराई अंकित की हत्या, तीन अन्य भी घटना में रहे शामिल
हल्द्वानी। कारोबारी अंकित हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने सपेरे को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी हत्या की वजह अय्याशी बनी। इस पूरे घटनाक्रम को उसकी गर्लफ्रेंड ने अंजाम दिया। इस मामले में मुख्य आरोपी गर्लफ्रेंड समेत चार लोग अभी भी फरार बताए जा रहे हैं।
बता दें कि रामबाग कालोनी रामपुर रोड निवासी अंकित चौहान (30) पुत्र स्व. धर्मपाल सिंह चौहान का शव 15 जुलाई की सुबह तीनपानी रेलवे क्रासिंग के पास अपनी ही कार की पिछली सीट पर मिला था। कार स्टार्ट होने और शीशे बंद होने के चलते पुलिस प्रथम दृष्टया एसी की गैस से मौत होना मान रही थी। लेकिन परिजनों ने हत्या की आशंका जताने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। इस बीच कारोबारी के दोनों पैरों में सर्पदंश के निशान मिलने से पुलिस हरकत में आ गई। जबकि कार में सांप नहीं मिला था। इस मामले में अंकित की बहन ईशा चौहान ने माही और दीप कांडपाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद जांच में जुटी पुलिस के हाथ सुराग हाथ लग गए।
मंगलवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि अंकित के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो बरेली रोड गोरापड़ाव में रहने वाली माही का नाम सामने आया। माही की कॉल डिटेल से भोजीपुरा बरेली के रहने वाले सपेरे रमेश नाथ और हल्दूचौड़ के रहने वाले दीप कांडपाल का नंबर सामने आया। सपेरे का नाम सामने आते ही हत्या की तस्वीर साफ होने लगी। तलाश में जुटी पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ को गिरफ्तार किया तो सारा मामला खुल गया। उसने बताया कि अंकित की हत्या माही के घर में की गई। जिसमें माही के साथ खुद सपेरा, माही का कथित ब्वॉयफ्रेंड दीप कांडपाल, नौकर राम अवतार और रामअवतार की पत्नी शामिल थी। सपेरे के अलावा अन्य चारों देश छोड़ कर फरार हो चुके हैं। सपेरे के मुताबिक सभी नेपाल में छिपे हैं।
अपनी जिंदगी में अंकित की बेदखली से खफा माही पहले ही उसे रास्ते से हटाने का मन बना चुकी थी। इसे अंजाम देने के लिए उसने अंकित को प्लानिंग के तहत घर में बुलाया और बेहोश करने के बाद सांप से डंसवा दिया। एक पैर में डंसवाने के बाद इस आशंका में कि कहीं अंकित जिंदा न रह जाए, दूसरे पैर में भी कोबरा सांप से डंसवाया गया। यही आरोपियों के लिए चूक साबित हुई और पुलिस के लिए क्लू बन गया। घटना में सपेरे रमेश को शामिल करने के लिए माही ने पहले उसे गुरू बनाया और फिर नजदीकी बढ़ाकर उसे अपने घर ले आई। माही उसके साथ दो बार हमबिस्तर हुई और कत्ल को मुकम्मल अंजाम तक पहुंचाने के लिए 10 हजार रुपये भी दिए। पुलिस ने न सिर्फ सपेरे को गिरफ्तार किया बल्कि उसका मोबाइल और कत्ल के लिए दिए गए 10 हजार रुपये भी बरामद कर लिए हैं।