कैंची धाम क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों का डीएम ने लिया जायजा, कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

नैनीताल: जिलाधिकारी वंदना ने कैंची धाम क्षेत्र में मास्टर प्लान के तहत चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने भवाली से नैनी बैंड तक बन रही बाईपास सड़क का निरीक्षण किया और निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान लोनिवि के अधीक्षण अभियंता ने जिलाधिकारी को जानकारी दी कि बाईपास सड़क की कुल लंबाई 5.5 किलोमीटर है, जिसमें से लगभग 3 किलोमीटर में डामरीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। साथ ही, सड़क में नाली निर्माण और अन्य सुधारीकरण कार्य भी जारी हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी 15 मई तक सड़क के हॉटमिक्स और अन्य सुधारीकरण कार्य पूरे किए जाएं, ताकि भवाली, नैनीताल और कैंची धाम आने वाले भक्तों और पर्यटकों को कोई समस्या न हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाईपास सड़क में एक लेन में पार्किंग और दूसरी में वाहनों का आवागमन होगा। इस सड़क को पार्किंग के साथ ही कैची धाम जाने वाले वाहनों के लिए उपयोगी बनाया जाएगा। साथ ही, उन्होंने मानसून से पहले कलमठों और नालियों की सफाई करवाने के निर्देश दिए, ताकि वर्षा के दौरान जल निकासी की व्यवस्था सुचारु रहे और सड़क को नुकसान न हो।
जिलाधिकारी ने सख्त चेतावनी दी कि यदि समय पर कार्य पूरे नहीं होते, तो संबंधित ठेकेदार से वसूली की जाएगी और उसे ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। साथ ही, जिम्मेदार विभागीय इंजीनियरों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सैनिटोरियम तिराहे का चौड़ीकरण करने और वन चौकी को स्थानांतरित कर नई वन चौकी निर्माण की दिशा में शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा, सैनिटोरियम बैंड में पूर्व में बने शौचालय के स्थान पर नया हाईटैक शौचालय बनाने का निर्देश नगर पालिका के ईओ को दिया, ताकि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सुविधाएं मिल सकें।
जिलाधिकारी ने रातीघाट बाईपास मार्ग का भी निरीक्षण किया और उसे दुरुस्त करने के निर्देश दिए, ताकि पर्यटन सीजन और कैंची मेले के दौरान इसका उपयोग किया जा सके। उन्होंने बताया कि भवाली-रातीघाट बाईपास सड़क निर्माण के लिए वनभूमि प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है, और मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वन मंत्री से स्वीकृति के लिए अनुरोध किया है।
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने रातीघाट में बनाए जा रहे हेलीपैड का भी निरीक्षण किया और निर्देश दिए कि इसका ट्रायल शीघ्र किया जाए। साथ ही, हेलीपैड को स्थाई रूप से तैयार करने के लिए युकाडा से समन्वय करने को कहा।
जिलाधिकारी ने कैंची धाम में 63 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे मल्टी-स्टोरी पार्किंग, ध्यान केन्द्र, पाथवे और पैदल पुल निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया और कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
इस दौरान, जिलाधिकारी ने 546.75 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सैनिटोरियम-भवाली को जोड़ने वाले रानीखेत रोड पर निर्माणाधीन मोटर पुल के निर्माण कार्य की धीमी गति पर नाराजगी जताई। उन्होंने अधीक्षण अभियंता से स्पष्टीकरण लेते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और कार्य में तेजी लाने के लिए कहा।
निरीक्षण के दौरान लोनिवि के अधीक्षण अभियंता मनोहर सिंह, धर्मशक्तु, उपजिलाधिकारी तुषार सैनी, लोनिवि, एनएच, पर्यटन, नगर पालिका और अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
