शिक्षा महानिदेशक की हिदायत- जर्जर हालत में मिले स्कूल तो संबंधित अधिकारी की तय की जाएगी जिम्मेदारी
हल्द्वानी। शिक्षा विभाग के विकास कार्यों को बेहतर तरीके से संचालित कर विद्यार्थियों को विद्यालय में बेहतर तरीके से भौतिक और मानवीय संसाधनों का लाभ मिलना चाहिए। बच्चों के भविष्य को संवारने का जिम्मा शिक्षकों पर है। इसके लिए उन्हें ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से बच्चों को पढ़ाना चाहिए।
यह बात महानिदेशक, विद्यालय शिक्षा बंशीधर तिवारी ने हल्द्वानी के पी एम श्री राजकीय बालिका विद्यालय इंटर कॉलेज में 13 जिलों के सी ई ओ की राज्य समग्र परियोजना की बैठक लेते हुए कही। शिक्षा के उन्नयन हेतु वर्ष 2024_ 25 और वर्ष 2025_26 की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। भारत सरकार द्वारा राज्य के समस्त विद्यालय के पुनर्निर्माण और रखरखाव हेतु प्रस्ताव मांगे जा गए है। डीजी ने समस्त शिक्षा अधिकारियो को अपने जिलों के विद्यालय की स्थिति का मूल्यांकन कर जर्जर भवनों के प्रस्ताव तैयार कर कार्ययोजना में शामिल करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सख्त हिदायत दी कि भविष्य में कोई भी विद्यालय जर्जर स्थिति में पाया जाता है तो संबंधित अधिकारी को जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने यह भी कहा की समग्र परियोजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा विद्यालयों के भवनों के पुनर्निर्माण के लिए बजट का प्राविधान है। जितने भी प्रस्ताव के लिए धनराशि की मांग की जाती है, उन सभी प्रस्तावों पर बजट भी मिलता है। किसी भी प्रकार से बजट की कमी नहीं है। इसके बावजूद यदि किसी विद्यालय के लिए भविष्य में राज्य स्तर से बजट की मांग की जाएगी तो संबंधित अधिकारी पर कारवाई की जाएगी। इस संबंध में समस्त शिक्षा अधिकारी को प्रमाणपत्र भी देना होगा कि इन प्रस्ताव के बाद कोई भी विद्यालय जर्जर हालत में नहीं रहेगा।
27 फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड बैठक के विषय में डीजी ने शिक्षकों को बच्चों से वास्तविक रूप से अभ्यास कराने के साथ ही उन्हें मोटिवेट करने को कहा। कहा की बोर्ड परीक्षा में सभी बच्चे अच्छे नंबरों से परीक्षा उत्तीर्ण करे, इसके लिए उन्हें प्रश्न पत्र सॉल्व करने के टिप्स दिए जाए। कई बार बच्चे जानकारी के अभाव में अच्छे से परीक्षा नहीं दे पाते। बिना मान्यता के संचालित हो रहे स्कूलों पर सख्त कारवाई करते हुए उन्हें बंद करने के निर्देश दिए। कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। इसके साथ हो उन्होंने विद्या समीक्षा केंद्र, पीएम पोषण योजना, किचन गार्डन सहित अन्य बिंदुओ पर विस्तार से बैठक लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में अपर परियोजना निदेशक डा मुकुल सती, सचिव बोर्ड परीक्षा नीता तिवारी, अपर निदेशक ललित मोहन चमोला सहित गढ़वाल मंडल से समस्त सी ई ओ वर्चुअल और कुमाऊं मंडल के सीइओ बैठक में मौजूद थे।