अंधड़ ने मचाई तबाही, पोलों और लाइनों में पेड़ गिरने से आपूर्ति रही बाधित
हल्द्वानी। आंधी-बारिश से जिले भर में दर्जनों बिजली के पोल टूट गये। लाइनों में पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। शहर के बिजलीघरों के साथ ही जिले भर में सुबह आपूर्ति बहाल हो पाई। दोपहर तक बिजली अफसर व कर्मचारी लाइनों को दुरुस्त करने में जुटे रहे।मंगलवार की रात आंधी-बारिश से खासा नुकसान पहुंचा। इसका सबसे ज्यादा असर बिजली आपूर्ति पर पड़ा।
जिले भर में बिजली पोलों व लाइनों में पेड़ गिरने से आपूर्ति ठप हो गई। रात गुल हुई बिजली बुधवार दोपहर तक पूरी तरह बहाल हो पाई। हालांकि बिजली कर्मी तडक़े से ही फॉल्ट दुरुस्त करने में जुट गये। इधर हल्द्वानी शहर व आसपास का इलाका रात भर अंधेरे में डूबा रहा। शहर के कालाढूूंगी रोड चौराहा, टीपीनगर, सुभाषनगर, 13 बीघा समेत सभी बिजलीघरों से जुड़े लाखों उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह से बहाल हुई बिजली का आना-जाना लगा रहा। इसके कारण पेयजलापूर्ति भी बाधित रही।
वहीं यूपीसीएल के अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने बताया कि रात 12 बजे के आस-पास गुल हुई बिजली तडक़े से बहाल होने लगी थी। दोपहर तक लाइनों पर काम करने का सिलसिला चलता रहा। रामनगर के हल्दूआ में पेड़ों से ज्यादा नुकसान हुआ। बिजली लाइनें टूटी पड़ी हैं, यहां बिजली के 40 पोल टूट गये। आज शाम तक यहां आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। इसके अलावा हल्दूचौड़ क्षेत्र में भी 15 बिजली के पोल पेड़ गिरने से टूट गये। यहां आधे क्षेत्र में आपूर्ति बहाल कर दी गई थी और शाम तक पूरी तरह आपूर्ति दुरुस्त कर दी जाएगी।
इसके अलावा रात आंधी-बारिश के बाद 33 केवी की सप्लाई भी ठप हो गई। इससे तमाम बिजलीघरों की बत्ती गुल हो गई। एसटीएच के पास 33 केवी लाइन पर विशालकाय पेड़ गिर गया था। बुधवार दोपहर में इस लाइन को दुरुस्त किया जा सका। इधर नैनीताल रोड पर लाइन पर पेड़ गिर गया। इसे जेसीबी से हटाया गया। कालाढूंगी रोड चौराहा बिजलीघर से जुड़े इस क्षेत्र में भी सुबह नौ बजे तक आपूर्ति बहाल हो पाई। इधर इस बिजलीघर के स्टेशन रोड फीडर की आपूर्ति दोपहर तक भी बहाल नहीं हो पाई थी। इसके कारण में रोडवेज समेत तमाम विभागों में कामकाज प्रभावित रहा।