अल्मोड़ा में जमीन के नीचे प्राचीन लुप्त शहर की खोज में Archiological servey of india,
देहरादून, अल्मोड़ा जिले की गेवाड़ की रंगीली धरती कभी संपन्न और रंगीन रही होगी, यही मानकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग रामगंगा नदी के किनारे की समतल भूमि के नीचे प्राचीन शहर के संभावित अवशेषों की तलाश शुरु करने वाला है।
सर्वेक्षण के संबंधित देहरादून अधिकारी मनोज सक्सेना के अनुसार सर्वेक्षण का आधार यह है कि इस घाटी में 9वीं, 10वीं सदी से लेकर 14 वीं,15 वीं सदी तक के विशाल मंदिरों की एक श्रृंखला फैली हुई है और इनके अवशेष भी मिलते हैं।यह छेत्र पवित्र रामगंगा नदी किनारे स्थित है, और पुरानी सभ्यताएं नदियों के किनारे ही विकसित हुई हैं।इन मंदिरों का होना मानवीय सभ्यता के बिना असंभव है, यहां कोई आबादी या कोई बड़ा शहर अवश्य रहा होगा।
ASI विशेषज्ञों की एक टीम पुरातत्त्व अवशेषों को तलाशने के लिए जनवरी में इस छेत्र का दौरा करेगी।10 किमी के दायरे में कोई ठोस चिन्ह मिलने पर अग्रिम कार्यवाही खुदाई आदि कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा।