उत्तराखण्डदेहरादूनमौसम

उत्तराखंडः तेज आंधी से उड़ी मकानों और गौशालाओं की छतें, ग्रामीणों में दहशत

ख़बर शेयर करें -

उत्तराखंड में मानसून से पहले ही बारिश कहर बरपाने लगी है। बारिश के बीच कई इलाकों में नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं। इस बीच बीती रात रुद्रप्रयाग जिले में तेज मूसलाधार बारिश और आंधी-तूफान से भारी तबाही मच गई। प्राकृतिक आपदा के चलते गदेरे उफान पर आ गए, कई भवनों और गौशालाओं की छतें उड़ गईं, और दर्जनों दोपहिया वाहन मलबे में दब गए या बहकर नदी तक पहुंच गए।

जिले के अगस्त्यमुनि कस्बे के विजयनगर क्षेत्र में देर रात हुई बारिश से गदेरा अचानक उफान पर आ गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात लगभग दो बजे बारिश तेज हो गई और देखते ही देखते गदेरे का जलस्तर इतना बढ़ गया कि किनारे खड़े एक दर्जन से अधिक स्कूटी और बाइक इसकी चपेट में आ गए।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंडः बाहरी राज्यों से आई दो महिलाएं कोविड पॉजिटिव, विभाग सतर्क

सुबह स्थानीय निवासी धर्मेंद्र रावत, विपिन नेगी, हेमंत फर्स्वाण और रोहिणी ने बहकर गदेरे में फंसे वाहनों को बाहर निकालने का प्रयास किया। अब तक छह वाहन बरामद कर लिए गए हैं जबकि बाकी की तलाश की जा रही है।

भरदार पट्टी के दरमोला गांव में तेज आंधी-तूफान के कारण कई मकानों और गौशालाओं की छतें उड़ गईं। इससे ग्रामीणों के सामने मवेशियों को सुरक्षित रखने की चुनौती खड़ी हो गई है। तरवाड़ी निवासी कनकपाल सिंह की गौशाला पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।

यह भी पढ़ें -  बैराज में डूबा युवक, SDRF ने खोजबीन के बाद शव किया बरामद

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया जा रहा है और नुकसान का विस्तृत आकलन कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि बारिश के दौरान गदेरे और नालों के पास वाहन न खड़े करें, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड में फिर टलेंगे पंचायत चुनाव, प्रशासकों का कार्यकाल बढ़ेगा

प्रशासन द्वारा प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं। वहीं, स्थानीय लोगों से भी सहयोग की अपील की गई है ताकि स्थिति को जल्द सामान्य किया जा सके।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Join WhatsApp Group