1.91 करोड़ से बन रही इस पेयजल योजना में गड़बड़झाला, जांच पूरी होने के बाद अब कार्रवाई का इंतजार
मुनस्यारी। 1.91 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन मुनस्यारी पेयजल योजना पर जांच के बाद दी गई रिपोर्ट पर अंतरिम कार्यवाही का इंतजार है। इसके लिए जिला अधिकारी रीना जोशी ने उत्तराखंड जल निगम के अधीक्षण अभियंता पिथौरागढ़ और अधिशासी अभियंता डीडीहाट को 28 अप्रैल को तलब किया है। जांच और अन्य सूचनाओं के साथ उपस्थित होने का बकायदा आदेश दिया गया है।
मुनस्यारी पेयजल योजना की जांच में अनियमितता बरतने की पुष्टि होने के बाद नया बस्ती तथा पशुपालन विभाग की भूमि पर स्थित टैंक को तोड़ने का निर्णय लिया गया है। तहसील कार्यालय मुनस्यारी स्थित टैंक में पानी डालकर तीन बार जांच करने के बाद इस टैंक के भविष्य पर फैसला लेने की बात रिपोर्ट में लिखा गया है। उसके बाद भी जल निगम ठेकेदार को बचाने में जुटा हुआ है। ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए जल निगम द्वारा तहसील स्थित टैंक का जबरन मरम्मत कार्य किया जा रहा है।
इस बात से नाराज़ जिपंस जगत मर्तोलिया ने 13 अप्रैल को जिला पंचायत की सामान्य बैठक में हंगामा खड़ा किया। उन्होंने जिला अधिकारी रीना जोशी से इस मामले में हस्तक्षेप कर अंतरिम निर्णय लेने को लेकर पत्र दिया था। उस पत्र का संज्ञान लेते हुए जिला अधिकारी रीना जोशी ने समस्त दस्तावेजों के साथ जल निगम के दोनों अधिकारियों को तलब कर 28 को बैठक रखी है। इसके लिए अपर जिलाधिकारी फींचा राम चौहान ने एसई तथा ईई को आदेशित भी कर दिया है।
उन्होंने कहा कि समस्त दस्तावेजों के साथ जिला अधिकारी की बैठक में प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि इस बैठक में अंतरिम निर्णय लिए जाने से मुनस्यारी की जनता को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस बैठक के बाद चार साल से संघर्षरत जनता तथा पंचायत प्रतिनिधियों को न्याय मिलेगा।