ओखलकांडा में सड़क नहीं, मौत का सफर! हल्द्वानी में ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

हल्द्वानी: भीमताल और ओखलकांडा क्षेत्र की जर्जर सड़कों को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश सोमवार को हल्द्वानी में फूट पड़ा। वर्षों से खराब पड़ी सड़कों की मरम्मत न होने से नाराज़ ग्रामीणों ने पूर्व राज्य मंत्री और राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु के नेतृत्व में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के कैंप कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की। हालांकि कमिश्नर मौके पर मौजूद नहीं थे, लेकिन स्थिति को संभालने के लिए एसडीएम हल्द्वानी राहुल शाह को मौके पर पहुंचना पड़ा।
कांग्रेस नेता हरीश पनेरु ने कहा कि नैनीताल जिले, विशेष रूप से भीमताल और ओखलकांडा क्षेत्र की सड़कों की हालत बेहद खराब है। आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं और बीमारों व स्कूली बच्चों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से शिकायतों के बावजूद प्रशासन और लोक निर्माण विभाग (PWD) कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
प्रदर्शन के दौरान कमिश्नर कार्यालय के गेट को बंद कर दिया गया, जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने कार्यालय के बाहर ही जोरदार नारेबाज़ी की और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पनेरु ने कहा कि तीन साल पहले काठगोदाम-ओखलकांडा मार्ग का निरीक्षण स्वयं कमिश्नर ने किया था, लेकिन आज भी सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र की कई सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी हैं।
घटनास्थल पर पहुंचे एसडीएम राहुल शाह ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया और मौके पर ही PWD के अधिकारियों को बुलाकर समस्याएं सुनीं। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि ओखलकांडा क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत जल्द शुरू की जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया।
