नैनीताल में पंचायत की पहली बैठक बनी जनसमस्याओं की गूंज – विकास और दर्द साथ-साथ

नैनीताल की नवगठित जिला पंचायत की प्रथम बैठक शुक्रवार को राज्य अतिथि गृह, नैनीताल में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दीपा देवी दरम्वाल ने की। इस दौरान जनपद के विभिन्न विकास कार्यों, मानसून के दौरान हुई क्षति और आगामी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत में जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी ने जनपद में संचालित विकास योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। इसके पश्चात जनपद स्तरीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों का परिचय देते हुए योजनाओं और प्रगति पर प्रकाश डाला।
नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों ने मानसून काल के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सार्वजनिक परिसंपत्तियों, जलापूर्ति लाइन, सड़क मार्ग, कृषि और उद्यानिकी को हुए नुकसान का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों को मुआवजा देने की मांग की।
सदस्यों ने गड्ढामुक्त सड़कों, क्षतिग्रस्त विद्यालय भवनों की मरम्मत, जिला विकास प्राधिकरण से नए जोड़े गए गांवों को हटाने, ग्रामीण क्षेत्रों व कस्बों से नियमित कूड़ा उठान, तथा सिंचाई गूलों की मरम्मत जैसे मुद्दे भी सदन में रखे।
इसके अतिरिक्त, कुछ सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं में सुधार, 108 एंबुलेंस सेवा की उपलब्धता, चिकित्सालयों में मेडिकल स्टाफ की तैनाती तथा आवारा पशुओं की समस्या के समाधान हेतु गौ-सदन की स्थापना की मांग की।
बैठक की शुरुआत में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा देवी दरम्वाल ने उन तीन नव नियुक्त सदस्यों को शपथ दिलाई, जो पूर्व में शपथ ग्रहण नहीं कर पाए थे।
बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवकी देवी, सभी जिला पंचायत सदस्य, उप जिलाधिकारी विपिन पंत, एपीडी चंदा फरत्याल और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का संचालन अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत महेश कुमार ने किया।
