उत्तराखंड में जूनियर हाईस्कूलों में छात्रों की संख्या के हिसाब से शिक्षक तैनाती मानक निर्धारित

उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने जूनियर हाईस्कूलों में छात्रों की संख्या के आधार पर शिक्षकों की तैनाती का नया मानक तय किया है। अब 100 छात्र-छात्राओं के लिए तीन शिक्षकों की तैनाती की जाएगी, जबकि 100 से अधिक छात्र-छात्राओं वाले विद्यालयों में एक प्रधानाध्यापक और तीन शिक्षक होंगे।
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक अजय कुमार नौडियाल ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि निशुल्क बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात तय किया गया है। इसके अनुसार, 100 छात्रों पर तीन शिक्षक होंगे, 100 से 105 छात्रों के लिए एक प्रधानाध्यापक और तीन शिक्षक तैनात होंगे, जबकि 105 से अधिक छात्रों वाले विद्यालयों में एक प्रधानाध्यापक और 1-35 के अनुपात में शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।
शिक्षा निदेशक ने स्पष्ट किया कि प्रारंभिक शिक्षा विभाग के तहत शिक्षकों की नियुक्ति विज्ञान और विज्ञानेत्तर विषयों के आधार पर की जाएगी। विज्ञान वर्ग के लिए विज्ञान और गणित शिक्षक, जबकि विज्ञानेत्तर वर्ग के लिए भाषा और सामाजिक अध्ययन के शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त, निदेशक ने कहा कि यदि किसी विद्यालय में चौथे सहायक अध्यापक के रूप में भाषा के शिक्षक की नियुक्ति की जाती है, तो इससे विज्ञान वर्ग के शिक्षकों की पदोन्नति के अवसर कम हो सकते हैं, क्योंकि विज्ञानेत्तर वर्ग के शिक्षकों की संख्या अधिक होगी। निर्देश में यह भी कहा गया कि आरटीई (राइट टू एजुकेशन) के तहत ही शिक्षकों के पदों का निर्धारण किया जाना उचित होगा।
