स्कूल-कॉलेजों के बाहर अब नहीं चलेगी मनचलों की दादागिरी, SSP ने उतारी सादी वर्दी में पुलिस

उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के नैनीताल जिले में छात्राओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रहलाद नारायण मीणा ने बड़ा कदम उठाया है। SSP मीणा के निर्देश पर अब स्कूल और कॉलेज परिसरों के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा। खास तौर पर ऐसे तत्वों पर नजर रखी जाएगी जो छात्राओं को परेशान करने की कोशिश करते हैं या संदेहास्पद गतिविधियों में शामिल होते हैं।
सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल टाइम के दौरान छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और संदिग्ध लोगों पर पैनी नजर रखी जाए। इसके लिए सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं जो लगातार निगरानी कर रहे हैं।
इस अभियान के तहत बुधवार को हल्द्वानी, रामनगर, लालकुआं समेत कई इलाकों में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। स्कूलों के बाहर बिना कारण खड़े पाए गए 34 लोगों के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई और ₹8200 का जुर्माना वसूला गया। वहीं, 08 वाहनों को भी सीज किया गया।
काठगोदाम थाना क्षेत्र में थानाध्यक्ष विमल मिश्रा के नेतृत्व में अभियान के दौरान तीन नाबालिग वाहन चलाते हुए पकड़े गए। उनके परिजनों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम (MV Act) के तहत अभियोग दर्ज करते हुए वाहन सीज कर दिए गए। साथ ही नाबालिगों और उनके साथियों की काउंसलिंग कर उन्हें परिजनों के सुपुर्द किया गया।
इस अभियान के दौरान छात्र-छात्राओं को “गौरा शक्ति” मोबाइल ऐप, पोक्सो एक्ट और महिला सुरक्षा से जुड़े कानूनों की जानकारी दी गई। साथ ही साइबर अपराध से बचाव, नशे के दुष्परिणाम और ट्रैफिक नियमों के प्रति भी जागरूक किया गया।
SSP मीणा ने दोटूक कहा कि स्कूल-कॉलेजों के बाहर अराजक तत्वों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और छात्राओं की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा। यदि भविष्य में दोबारा कोई इसी तरह की हरकत करता पाया गया तो उसके खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
