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उफान पर आई मोक्ष गाड़, गौशाला हुई धराशायी, 11 घर खतरे की जद में

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उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में मंगलवार सुबह भारी बारिश और बादल फटने की घटना के बाद फिर से तबाही का मंजर देखने को मिला। चमोली जिले के विकासखंड नंदानगर के मोख मल्ला क्षेत्र में तड़के करीब 4 बजे सिरपाख नाला और मोक्ष गाड़ नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। इससे क्षेत्र में अफरा-तफरी फैल गई और व्यापक नुकसान हुआ।

प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, तेज बहाव के चलते धुर्मा गांव की एक गौशाला पूरी तरह से बह गई, जबकि मोख मल्ला, धुर्मा और सेरा गांवों के कुल 11 आवासीय भवनों पर खतरा मंडरा रहा है। खेतों में खड़ी फसलें भी नष्ट हो गई हैं और कई स्थानों पर भूमि कटाव देखा गया है।

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घटना के वक्त ग्रामीण अपने घरों में सो रहे थे, लेकिन तेज आवाज और पानी के बहाव को देखकर लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। कई परिवार सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए। बगड़ तोक, मोख मल्ला, सेरा और धुर्मा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।

जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने आपदा की सूचना मिलते ही टीम को मौके पर रवाना किया। एसडीएम आर.के. पांडे के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। प्रारंभिक रिपोर्ट में एक गौशाला के पूरी तरह ध्वस्त होने और कई घरों के खतरे में होने की पुष्टि की गई है।

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बारिश से नंदानगर-भेंटी मार्ग, सेरा-मोख-धुर्मा मोटर मार्ग और नंदानगर-नंदप्रयाग मार्ग (सैतोली के पास) अवरुद्ध हो गए हैं। कई लिंक सड़कें भी मलबे और भूस्खलन के चलते बंद हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों का संपर्क मुख्य मार्गों से टूट गया है।

प्रशासन ने राहत और पुनर्वास कार्य शुरू कर दिए हैं। प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं।

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