उत्तराखण्डपिथौरागढ़राजनीति

विधान सभा चुनाव में किए गए वायदे को पूरा नहीं करने का मलाल, मांगी माफी 

ख़बर शेयर करें -

पिथौरागढ़। अक्सर आपने देखा होगा कि नेता अपनी बात पर अड़े रहते हैं। वादा करके भूल जाते है। फिर बहानेबाजी करते है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने अपना वायदा पूरा नहीं कर पाने पर सार्वजनिक रूप से धारचूला के ग्राम पंचायत जयकेट की जनता से माफी मांग कर राजनीति में सुचिता एक नया अध्याय शुरू कर दिया है।

 उन्होंने कहा कि जनता केवल चुनाव के समय ही भगवान नहीं है। इसलिए लोक सभा चुनाव के समय जनता से माफी मांग रहे है, लेकिन किसी के लिए भी वोट मांगने के लिए जयकोट  नहीं जा रहे है।इसलिए माफ़ी के अर्थ को वोट से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। बल्कि राजनीति में सुचिता की परंपरा से जोड़कर देखा जाना चाहिए।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड पंचायत चुनाव: आरक्षण प्रस्तावों पर बड़ी संख्या में आपत्तियां

विधानसभा चुनाव 2022 में किए गए वायदे को पूरा नहीं कर पाने के कारण आज जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने धारचूला के ग्राम पंचायत जयकोट की जनता से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद  स्वयं जयकोट जाकर दो हाथ जोड़कर आम जनता से क्षमा याचना की रस्म निभायेंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत जयकोट की समस्याओं को लेकर अब जनता की ताकत पर भरोसा करते हुए संघर्ष किया जाएगा।

 जिला पंचायत सदस्य  ने बताया कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में उनके द्वारा ग्राम पंचायत जयकोट में अलग-अलग स्थान पर तीन बैठक आयोजित की गई थी।  इन बैठकों में आम जनता के द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं को रखा गया था। विधानसभा चुनाव होने के 2 वर्ष बाद भी इन समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि समस्याओं के समाधान के लिए कोई उचित प्रयास नहीं किया गया, इसलिए वे किसी को भी दोषी ठहरने से पहले स्वयं ग्राम पंचायत जयकोट की महान जनता से सार्वजनिक रुप से माफ़ी मांग रहे है।

यह भी पढ़ें -  मामूली बात पर खूनी झगड़ा, युवक की मौत, दो आरोपी गिरफ्तार

उन्होंने कहा कि आचार संहिता के समाप्त होने के बाद वह स्वयं गांव जाकर तीनों स्थानों में बैठक कर आम जनता से हाथ जोड़कर अपना वादा पूरा नहीं कर पाने पर माफ़ी मांगेंगे। उन्होंने कहा कि जनता के द्वारा रखी गई समस्याओं के समाधान के लिए जन आंदोलन किया जाएगा।  इसके लिए इस ग्राम पंचायत में आयोजित बैठक में आम जनता की सहमति से फैसला लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें -  मालन पुल से फिर जुड़ा कोटद्वार-हरिद्वार रास्ता, लिफ्ट-शिफ्ट तकनीक से हुआ पुनर्निर्माण

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Join WhatsApp Group

Daleep Singh Gariya

संपादक - देवभूमि 24