देहरादून से बेंगलुरु के लिए रोजाना सीधी उड़ान, मुख्यमंत्री ने किया फ्लैग ऑफ

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस की देहरादून-बेंगलुरु नई हवाई सेवा का विधिवत फ्लैग ऑफ किया। इस सेवा की शुरुआत राज्य के समग्र विकास और हवाई संपर्क विस्तार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
देश की पहली अंतरराष्ट्रीय वैल्यू कैरियर एयर इंडिया एक्सप्रेस ने देहरादून से बेंगलुरु के लिए दैनिक सीधी उड़ानों का परिचालन शुरू किया है। इस अवसर पर सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, दोईवाला विधायक बृज भूषण गैरोला, एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रबंध निदेशक आलोक सिंह, तथा उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के सीईओ आशीष चौहान भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह नई हवाई सेवा पर्यटन, व्यापार, निवेश, और शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड के लिए लाभकारी साबित होगी। बेंगलुरु से बेहतर कनेक्टिविटी से युवाओं, छात्रों और उद्यमियों को सुविधाजनक एवं सुरक्षित यात्रा के विकल्प मिलेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने हवाई संपर्क को मजबूत करने के लिए कई नीतिगत एवं आधारभूत संरचना के कदम उठाए हैं, जिनमें पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, गौचर जैसे क्षेत्रीय एयरपोर्ट्स का सक्रियकरण और जौलीग्रांट एयरपोर्ट का अंतरराष्ट्रीय मानकों से संवर्धन शामिल है। पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार का कार्य भी तेजी से चल रहा है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रबंध निदेशक आलोक सिंह ने बताया कि देहरादून बेंगलुरु मार्ग एयरलाइन के नेटवर्क विस्तार का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो उत्तराखंड को भारत के प्रमुख आर्थिक और शैक्षिक केंद्र से जोड़ता है। यह सेवा यात्रियों को बेंगलुरु के माध्यम से देश के 18 अन्य प्रमुख शहरों के लिए वन-स्टॉप कनेक्टिविटी भी प्रदान करती है।
पहली उड़ान सोमवार को शाम 4:30 बजे देहरादून से रवाना होकर 7:30 बजे बेंगलुरु पहुंची। एयरलाइन ने यात्रियों के लिए वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर डायरेक्ट बुकिंग पर विशेष छूट और सुविधाएं भी उपलब्ध कराई हैं।
मुख्यमंत्री ने एयर इंडिया एक्सप्रेस के नए बोइंग 737-8 विमान की विशेषता बताते हुए कहा कि इसका टेल आर्ट उत्तराखंड की पारंपरिक ‘अप्पण’ कला से प्रेरित है, जो प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है।
फ्लैग ऑफ समारोह में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, एयरपोर्ट प्राधिकरण के प्रतिनिधि, एयर इंडिया एक्सप्रेस के पदाधिकारी, यात्री और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
