अराजक तत्वों ने फैलाई नाबालिग की मौत की अफवाह, काशीपुर पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई

उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में रविवार को बिना अनुमति जुलूस निकालने और पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद फिर से माहौल खराब करने का प्रयास किया गया। पुलिस ने इस प्रयास के लिए कुछ अराजक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में रह सकी और मामला शांतिपूर्ण तरीके से सुलझ गया।
21 सितंबर की रात मोहल्ला अल्लीखां में बिना अनुमति जुलूस निकाला गया था, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जुलूस रोकने की अपील की, लेकिन कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर हमला किया, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इस मामले में जुलूस के नेतृत्वकर्ता समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया और 400 से 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
बुधवार रात काशीपुर में एक अफवाह फैलाकर फिर से तनाव पैदा करने की कोशिश हुई। मोहल्ला अल्लीखां में यह अफवाह फैली कि ‘पुलिस हिरासत में नाबालिग की पिटाई से मौत हो गई है’। इस खबर के बाद मोहल्ले के लोग पुलिस चौकी की ओर बढ़ने लगे। लेकिन पुलिस ने तुरंत स्थिति को संभालते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को पुलिस चौकी पर बुलाया और उनकी मौजूदगी में नाबालिग से मुलाकात करवाई। इसके बाद नाबालिग को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
एसपी काशीपुर अभय सिंह ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और बताया कि कुछ समाज विरोधी तत्व जान-बूझकर अफवाहें फैलाकर शांति व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ऐसे अराजक तत्वों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करेगी। साथ ही उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पुलिस को दें, जिनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। सोशल मीडिया समेत अन्य प्लेटफार्मों पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
वहीं, कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष मुशर्रफ हुसैन ने कहा कि माहौल खराब करने के लिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं। मुस्लिम जनप्रतिनिधि हसीन खान ने भी नाबालिग की पुलिस पिटाई से मौत की खबर को गलत बताया और कहा कि कुछ लोग जानबूझकर काशीपुर में तनाव फैलाना चाहते हैं। उन्होंने पुलिस के कड़े रुख का समर्थन भी किया।
