
अहमदाबाद में गुरुवार को एक भीषण विमान हादसे में कई जिंदगियाँ समाप्त हो गईं, जब एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट (AI-171) उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद मेघाणी नगर स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में इंटर्न डॉक्टरों के हॉस्टल से टकरा गई। इस हादसे में अब तक 50 से अधिक शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि दर्जनों लोग झुलसने के कारण अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।
एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के तुरंत बाद पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का आभास हुआ और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को इमरजेंसी सिग्नल भेजा गया। परंतु इमरजेंसी लैंडिंग से पहले ही विमान ने तेजी से नीचे गिरते हुए हॉस्टल की इमारत से टक्कर मार दी।
विमान का एक बड़ा हिस्सा इमारत की पांचवीं मंजिल और कैंटीन से टकराया, जहां शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार कुछ लोग भोजन कर रहे थे। टक्कर के बाद तेज धमाका हुआ जिससे भयंकर आग लग गई और काले धुएं का गुबार आसमान तक उठता दिखा। राहत की बात यह रही कि विमान इमारत के ऊपर फटा नहीं, जिससे और बड़ा नुकसान टल गया।
एयर इंडिया के अनुसार, विमान में कुल 244 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे। हादसे में विमान के दोनों हिस्से दो अलग-अलग स्थानों पर गिरे – एक हॉस्टल परिसर में और दूसरा पास की खुली जगह में, जहां भीषण विस्फोट हुआ।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस, फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ और एयर फोर्स की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुट गईं। अब तक 50 से अधिक शव बरामद, और दर्जनों घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इमारत में उस वक्त 50-60 इंटर्न डॉक्टर मौजूद थे या नहीं, इसकी पुष्टि देर रात तक नहीं हो सकी थी।
विमान हादसे के कारणों की जांच के लिए DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) और एयर इंडिया की संयुक्त टीम ने जांच शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और पीड़ितों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
