प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, अवैध निर्माणाधीन इमारत को किया गया ध्वस्त

उत्तराखंड में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए रुद्रपुर के पहाड़गंज क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की है। नजूल भूमि पर नियमों के उल्लंघन कर बनाए जा रहे एक निर्माणाधीन भवन को प्रशासन की संयुक्त टीम ने ध्वस्त कर दिया। यह इमारत पूर्व में सील की जा चुकी थी, बावजूद इसके निर्माण कार्य गुपचुप तरीके से जारी था।
प्रशासन को सूचना मिली कि पहले से सील की गई इमारत में दोबारा निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। जांच में पुष्टि होने के बाद जिला विकास प्राधिकरण, नगर निगम और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए भवन को ध्वस्त कर दिया।
संकरी गली में स्थित होने के कारण हैवी मशीनरी का उपयोग संभव नहीं हो पाया, ऐसे में प्रशासनिक टीम ने हथौड़ों और हैमर मशीनों की मदद से इमारत को तोड़ा।
ध्वस्तीकरण के दौरान टीम को स्थानीय लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने सख्ती के साथ कार्रवाई को अंजाम दिया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि अवैध निर्माण किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस निर्माण को लेकर पूर्व में क्षेत्रीय विधायक शिव अरोड़ा ने आरोप लगाया था कि इमारत में अवैध रूप से धार्मिक स्थल (मस्जिद) का निर्माण किया जा रहा है। इसी के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पहले निर्माण को सील किया और अब उसे ध्वस्त कर दिया गया है।
एसडीएम मनीष बिष्ट ने बताया कि संबंधित भवन को पूर्व में सील किया गया था और नियमों के उल्लंघन पर विधिवत ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। वहीं एडीएम पंकज उपाध्याय ने बताया कि पहाड़गंज क्षेत्र में 300 से अधिक अवैध निर्माण चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें नोटिस जारी किए गए हैं। जल्द ही इन पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
