लोकेशन मिलने के बाद पिंडारी ग्लेशियर में हिमस्खलन में फंसे 14 विदेशी ट्रैकर्स के दल का सर्च अभियान तेज
बागेश्वर। उत्तराखंड के जनपद बागेश्वर के पिंडारी ग्लेशियर में खराब मौसम और हिमस्खलन के कारण 14 ट्रैकरों (13 अमेरिकी और एक भारतीय गाइड) का एक दल जीरो प्वाइंट के पास फंस गया है। इस 14 सदस्यीय दल को रेस्क्यू करने के लिए प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम रवाना हो चुकी है।
रेस्क्यू टीम को ट्रेकरों की लोकेशन भी मिल चुकी है जो जीरो प्वाइंट के समीप एक बाबा की कुटिया में हैं। 14 सदस्यीय ट्रैक्टरों का यह दल अप्रैल माह के शुरूआत में पिंडारी ग्लेशियर के लिए रवाना हुआ था। जो हिमस्खलन के कारण ग्लेशियर में फंस गया और उनका सारा सामान बर्फ में दब गया। हालांकि सभी 14 ट्रेक्टर सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
नॉल्स इंडियन प्रोग्राम डायरेक्टर रानीखेत रवि कुमार और यूएसए एंबेसी से सुरेश मदान ने 20 अप्रैल को इन 14 ट्रैक्टरों के पिंडारी ग्लेशियर में हिमस्खलन होने के कारण फंसने की सूचना दी थी। बागेश्वर डीएम अनुराधा पाल के अनुसार इस टीम 13 ट्रेकर अमेरिकी और एक भारतीय ट्रेकर शामिल हैं। जो ग्लेशियर पर प्रशिक्षण के लिए गए थे। इस सूचना के बाद स्थानीय प्रशासन व एसडीआरएफ की टीम ट्रेकरों की सुरक्षा व उनको रेस्क्यू किए जाने के लिए सक्रिय हो गई थी।
ट्रेकरों की सहायता के लिए सभी अधिकारियों ने अपने विभाग से आवश्यक सामान मेडिकल, एंबुलेंस, चिकित्सकों की टीम व खाने पीने की व्यवस्था की गयी है। एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम को एसआई महिपाल सिंह के नेतृत्व में अन्य टीमों के साथ रवाना किया गया। आज सुबह रेस्क्यू टीम के इंचार्ज द्वारा से अवगत कराया गया कि खातीगांव से आगे पैदल जा रही है और मौके पर जल्द पहुंचने की कोशिश की जा रही है। डीएम ने खोज और बचाव के लिए केंद्र से दो हेलीकॉप्टर की मांग की है। जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ का भी सहयोग लिया जा सकता है।
डीएम खुद इस पूरे घटनाक्रम और राहत बचाव कार्य पर नजर रख रही हैं।बता दें कि अप्रैल माह से ग्लेशियरों की सैर और प्रशिक्षण शुरू हो जाता है। देश-विदेश से रोमांच के शौकीन बागेश्वर जिले के इस विश्व प्रसिद्ध पिंडारी और कफनी ग्लेशियर की सैर करने के लिए आते हैं। अप्रैल माह के शुरू में 13 अमेरिकी और एक भारतीय ट्रेकर का दल पिंडारी ग्लेशियर के लिए ट्रेकिंग पर रवाना हुआ था। 3 अप्रैल को यह दल वन विभाग की अंतिम चेकपोस्ट जैकुंनी में पंजीकरण कराकर आगे रवाना हुआ था। मौसम खराब होने के चलते इस टीम को कुछ समय के लिए खातीगांव में ही रुकना पड़ा था।
ग्लेशियर रेंज के रेंजर शंकर दत्त पांडे के अनुसार ट्रेकरों के इस दल को पिंडारी ग्लेशियर शीर्ष में ट्रेल पास दर्रे को पार कर मुनस्यारी जाना है। 17 अप्रैल तक इस दल के जीरो पॉइंट में होने की सूचना थी। यहां से जब टीम आगे बढ़ी तो मौसम खराब होने लगा था। शुक्रवार तड़के पिंडारी ग्लेशियर में भारी बर्फबारी और हिमस्खलन होने के कारण यह दल जीरो पॉइंट से 5 किलोमीटर की दूरी पर फंस गया जिससे इनका पूरा सामान बर्फबारी में दब गया।
कपकोट की एसडीएम मोनिका के अनुसार सभी ट्रैक्टरों के सुरक्षित होने की सूचना मिली है। पहले उनके लोकेशन की जानकारी नहीं मिल पा रही थी। बताया कि एसडीआरएफ के 5 जवान राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम राहत सामग्री लेकर ग्लेशियर की ओर रवाना हो चुकी है। एडीएम चंद्र सिंह इमलाल ने बताया कि आज सुबह ट्रेकरों के सुरक्षित होने की सूचना मिली है। सभी ट्रेकर पिंडारी में बाबाजी की कुटिया के पास सुरक्षित बताए जा रहे हैं।