बीएएमएस फर्जी चिकित्सक प्रकरण में गठित टीम ने की 12वीं गिरफ्तारी
देहरादून। बीएएमएस फर्जी चिकित्सक प्रकरण के सम्बन्ध में गठित टीम ने आज 12वीं गिरफ्तारी की। टिहरी से फर्जी बीएएमएस चिकित्सक को गिरफ्तार किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीएएमएस फर्जी चिकित्सक प्रकरण के सम्बन्ध में थाना नेहरू कालोनी में पंजीकृत अभियोग मुकदमा अपराध सख्या 19/2023 धारा 420, 467, 468, 471, 120(बी) भादवि व 13 (डी) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विवेचना के सफल अनावरण के लिये दलीप सिह कुँवर पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा पुलिस अधीक्षक अपराध सर्वेश पंवार के नेतृत्व में विवेचना टीम गठित की गयी है। श्रीमती सरिता डोबाल पुलिस अधीक्षक नगर के पर्यवेक्षण में उक्त अभियोग की विवेचना पुलिस क्षेत्राधिकारी नेहरू कालोनी अनिल कुमार जोशी द्वारा सम्पादित की जा रही है। विवेचना के क्रम में गठित टीम द्वारा उक्त प्रकरण में 12 वीं गिरफ्तारी करते हुए प्रकाश में आये फर्जी बीएएमएस चिकित्सक राजेन्द्र प्रसाद पुत्र स्व. रामदत्त उनियाल निवासी ग्राम मजगांव थाना चंबा टिहरी गढ़वाल को ग्राम सत्यों, जनपद टिहरी गढ़वाल से गिरफ्तार किया गया। जो टिहरी में फर्जी डिग्री के आधार पर प्रैक्टिस कर रहा था।
आज प्रातः 11. 30 बजे पुलिस कार्यालय देहरादून में आयोजित पत्रकार वार्ता मे दलीप सिह कुँवर पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने बताया की पूछताछ में राजेंद्र प्रसाद द्वारा बताया गया कि उसके द्वारा वर्ष 1991 में बीईएमएस की डिग्री ली गयी थी। उसके पश्चात उसकी मुलाकात वर्ष 2017 में इमलाख से अनुराग नौटियाल के माध्यम से हुई थी। जिसने उसे बीएएमएस की फर्जी डिग्री देते हुए भारतीय चिकित्सा परिषद में उसका पंजीकरण भी करवाया। इस डिग्री के बदले इमलाख द्वारा उनसे 06 लाख रू0 नगद लिए गए। इससे पूर्व उक्त प्रकरण में मुख्य अभियुक्त इमलाख को पुलिस द्वारा पुलिस अभिरक्षा रिमांड में लिया गया था, जिसको पूछताछ के आधार पर मुजफ्फर नगर बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज ले जाकर उसकी निशानदेही पर भारी मात्रा में फर्जी डिग्रियां, लेटर पैड, मोहरें इत्यादि बरामद की गई है। दस्तावेजों का अवलोकन करने पर उक्त दस्तावेजों में यूक्रेन से जारी एमबीबीएस की डिग्रियां भी बरामद हुई है।