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 बड़ी साइबर ठगी: सरकारी योजना के नाम पर ग्रामीणों के खाते साफ!

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उत्तराखंड में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और ठग लोगों को फंसाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। लालच में आकर लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं। ताजा मामला हरिद्वार जिले के लक्सर ब्लॉक के मुंडाखेड़ा खुर्द गांव से सामने आया है, जहां 14 से 17 नवंबर के बीच साइबर ठगों ने कई ग्रामीणों के बैंक खातों से लाखों रुपये उड़ा लिए।

ठगों ने खुद को बाल विकास विभाग का कर्मचारी बताते हुए ग्रामीणों को फोन किया और सरकारी योजना के तहत 11-11 हजार रुपये मिलने का झांसा दिया। इसके बाद उन्होंने बारकोड और ओटीपी प्राप्त कर ग्रामीणों के खातों से बड़ी आसानी से रकम निकाल ली।

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इस साइबर ठगी में ग्रामीण तसलीम के खाते से लगभग 98 हजार रुपये, जबकि राहुल, निखिल, मोहित, शहनवाज, शाहरूख सहित 15 से अधिक लोगों के खातों से 2 से 6 हजार रुपये तक की राशि गायब हो गई।

पैसे कटने की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान सहदेव सिंह को इसकी सूचना दी। ग्राम प्रधान ने तुरंत पूरे गांव में मुनादी कराई और लोगों को साइबर ठगी से सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत साइबर सेल और कोतवाली पुलिस में कर दी गई है।

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बाल विकास परियोजना अधिकारी सुधा त्रिपाठी ने भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सुपरवाइजरों को सतर्क रहने तथा ग्रामीणों को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग की ओर से किसी भी योजना का पंजीकरण फोन पर नहीं किया जाता और लोगों को ऐसे कॉल से बचना चाहिए।

कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है और जांच शुरू कर दी गई है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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