उत्तराखंडः स्पीड ब्रेकरों से बढ़ते हादसों पर सचिव ने लिया संज्ञान, मांगा स्पष्टीकरण
उत्तराखंड में सड़क हादसों की रोकथाम के उपाय हो रहे हैं। लेकिन यह उपाय ही जी का जंजाल बन जा रहे हैं। ऐसे ही राजधान दून में बने स्पीड ब्रेकरों से आये दिन होने वाली दुर्घटनाओं का सबब बनते जा रहे हैं। 15 मिनट में सात दुघर्टनाएं होने से सचिव पीडब्लूडी खफा दिखायी दिये और उन्होंने पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियन्ता से स्पीष्टीकरण मांगा है।
उल्लेखनीय है कि ओएनजीसी के पास हुए कार दुर्घटना में छह लोगों की मौत के बाद पुलिस विभाग की नींद खुली और उन्होंने पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर शहर में कई स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनवाने शुरू कर दिये। उक्त नये स्पीड ब्रेकरों को बनाने के लिए विभाग ने किसी से अनुमति लेना भी जरूरी नहीं समझा और आनन फानन में स्पीड ब्रेकरों का काम शुरू कर दिया। इन नये बने स्पीड ब्रेकरों से दुर्घटनाएं रूकने की जगह दुघर्टनाओं में इजीफा हुआ है। घंटाघर के समीप बने स्पीट ब्रेकर के कारण 15 मिनट में सात दुघर्टनाओं का अपना ही एक रिकार्ड बन गया है।
सोशल मीडिया पर दुघर्टनाओं की वीडियो वायरल होेने के बाद सचिव लोक निर्माण, श्रम विभाग डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय काफी खफा नजर आये और उन्होंने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियन्ता से स्पष्टीकरण मांगते हुए कहा कि मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है कि देहरादून शहर में अनेक स्थानो पर यातायात के नियमों एवं मानकों को बिना ध्यान में रखे स्पीड ब्रेकर (गति अवरोधक) बनाये गये है जिससे यातायात आवागमन में जनसामान्य को असुविधा उत्पन्न हो रही है एवं दुघर्टना की सम्भावना बनी रही है।
सम्बन्धित अभियन्ता द्वारा किसके आदेश से यह स्पीड ब्रेकर बनाये गये हैं तथा इनको बनाते समय यातायात के मानकों का ध्यान क्यों नहीं रखा गया है एवं जनसामान्य की सुरक्षा के क्या प्रयास किये गये हैं के सम्बन्ध में तत्काल स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। शहर में बनाये गये इन स्पीड ब्रेकरों से जनता को काफी असुविधा का सामना करना पड रहा है। जिसके चलते सचिव लोक निर्माण विभाग को सामने आना पडा है।