उत्तराखण्डजन-मुद्देहल्द्वानी

हल्द्वानी के देवखड़ी नाले से हुए नुकसान का जिलाधिकारी ने लिया जायजा

ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी। गायत्री नगर शिवालिक विहार में देवखडी नाले के पानी के नुकसान का जायजा लेते हुए जिलाधिकारी वंदना ने कहा कि क्षेत्र के लगभग 300 से 400 लोगो के घरों में मलवा आने के कारण नुकसान हुआ है उन्हें हर सम्भव मदद दी जायेगी।

राजस्व विभाग ने सायं चार बजे तक सौ लोगों को अहेतुक राशि दे दी है। सर्वे जारी है अन्य लोगों को भी आज रात तक राहत राशि दे दी जाएगी। जिलाधिकारी ने अनेकों घरों का स्थलीय निरीक्षण कर स्थानीय लोगों से मुलाकात भी की और कहा कि जिन लोगों के घरों का नुकसान हुआ है, प्रशासन द्वारा तत्काल सहायता राशि मौके पर दी जा रही है। उन्होंने कहा नगर निगम निगम के कार्मिकों द्वारा लोगो के घरों और सड़कों से मलवा आदि निकालने का कार्य भी किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी के इस सरकारी स्कूल के शिक्षक पर छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप

उन्होंने आम पानी नाले, बरेला आम नाले के कैचमेंट से लेकर आबादी तक दीर्घकालीन सुरक्षा कार्य का प्रस्ताव एक सप्ताह में तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए । सिंचाई, वन विभाग, और यूयूएसडीए की तकनीकी टीम नाले के स्थाई ट्रीटमेंट के लिए चल रहे सर्वे को एक सप्ताह में पूर्ण करेगी। गायत्री नगर के आन्तरिक कालोनियों मे छोटे नाले और गुल पर अतिक्रमण की शिकायत पर उपजिलाधिकारी को नालों पर अतिक्रमण का सर्वे करने के निर्देश दिये ताकि नाले के प्रवाह को सुचारू रूप से संचालित कर पानी के रूकावट को दूर किया जा सके।

जिलाधिकारी ने आमपानी, बरेला आम और देवखडी नाले के मुहाने पर तीन नालों (आमपाली, दुरगडी एवं बरेलाआम) नाले जो देवखडी नाले में मिलते है का स्थलीय निरीक्षण भी किया। वर्तमान में वन विभाग द्वारा तात्कालिक कार्य किये जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने वन महकमे के अधिकारी को तत्काल एक अतिरिक्त पोकलैंड लगाने के निर्देश दिये और दीवार बनाने के तात्कालिक कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी- सड़क चौड़ीकरण में बाधक बन रहा अतिक्रमण ध्वस्त

उन्होंने देवखड़ी नाले के स्थायी समाधान हेतु एडीबी के प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिंह से स्टीमेट शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि नाले के स्थायी समाधान हेतु कार्य प्रारम्भ हो सके। उन्होंने कहा कि बुधवार को तकनीकी टीम के साथ ही सिचाई, वन एवं एडीबी संयुक्त सर्वे कर स्थायी समाधान हो सके। इसके लिए एक सप्ताह के भीतर डीपीआर प्रस्तुत करने के निर्देश मौके पर दिये। उन्होने कहा कि तकनीकी टीम द्वारा देवखड़ी नाले के जंगल के अन्दर जाकर सर्वे भी किया जायेगा।

यह भी पढ़ें -  असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ संदीप कुमार को उत्तराखंड गोल्डन राइटर्स सम्मान

साथ ही नाले के ऊपर चैकडैम के साथ साथ नाले को चैनलाईज किया जायेगा। जिससे नाले के प्रवाह को सुरक्षित निकास दिया जा सकेगा। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, उपजिलाधिकारी पारितोष वर्मा, मिश्रा, एडीबी प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिह, रेंजर ख्याली राम, तहसीलदार सचिन कुमार सिंचाई,नगर निगम के साथ ही निवर्तमान मेयर डॉ जोगेन्द्रर पाल सिंह रौतला व स्थानीय लोग मौजूद रहे।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Join WhatsApp Group