ठक-ठक गैंग का पर्दाफाश, 3 शातिर अभियुक्तों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
देहरादून। देहरादून में विभिन्न स्थानों पर टप्पेबाजी की घटनाओं को अजांम देने वाले ठक-ठक गिरोह के 03 शातिर अभियुक्तों को दून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे लगभग 06 लाख रुपये मूल्य के चोरी किये गए 06 मोबाइल फोन, एक अवैध तमंचा मय जिंदा कारतूस व घटना में प्रयुक्त होंडा सिटी कार बरामद की हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 25 मई को विशेष नौटियाल ने थाना नेहरू कालोनी में लिखित तहरीर देते हुये पुलिस को बताया कि 25 मई की सांय करीब 07:00 बजे वह अपने वाहन होंडा अमेज से जा रहे थे, इसी बीच धर्मपुर चौक पर रेड लाइट होने के कारण वो अपने वाहन को रोककर खडे थे। इसी बीच एक व्यक्ति द्वारा उनकी तरफ का शीशा खटखटाते हुए उन्हें अपने पैर पर उनका वाहन चढने की बातें कहकर अपनी बातों में उलझाया। इसी दौरान दूसरी तरफ की खिडकी से एक अन्य व्यक्ति द्वारा उनकी बगल वाली सीट पर रखा मोबाइल फोन चुपके से निकाल लिया। उनके द्वारा दी गयी लिखित तहरीर के आधार पर थाना नेहरू कालोनी में मुकदमा अपराध सख्या 198/23 धारा: 379 भादवि बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत किया गया।
इसी प्रकार 25 मई को हरिद्वार बाइपास रोड पर पावर फिलिंग स्टेशन तथा 27 मई को रिस्पना पुल के पास घटित इसी प्रकार की दो अन्य घटनाओं के सम्बन्ध में अतुल चौहान द्वारा उनका आईफोन-14 व हरीश चन्द्र दुम्का द्वारा उनका सैमसंग एस-22 मोबाइल फोन चोरी होने से संबंधित प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसके आधार पर थाना नेहरू कालोनी में मुकदमा अपराध सख्या 199/23 व मुकदमा अपराध सख्या 201/23 धारा 379 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया।
विगत कुछ दिनों में जनपद देहरादून के विभिन्न स्थानों पर घटित टप्पेबाजी की घटनाओं की गम्भीरता के दृष्टिगत पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा उक्त घटनाओं के अनावरण तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु कडे दिशा-निर्देश निर्गत किये गये। जिनके अनुपालन में पुलिस अधीक्षक अपराध एवं पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर के पर्यवेक्षण में तत्काल थाना नेहरू कालोनी पर अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। गठित पुलिस टीमों द्वारा वादी तथा आस-पास के लोगों से पूछताछ करते हुए अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी तथा घटनास्थलो के आस-पास व आने जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया।
साथ ही सर्विलांस के माध्यम से भी अभियुक्तों के समबन्ध में जानकारी एकत्रित करते हुए स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। इसी बीच पुलिस टीम को मुखबिर के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि मोथोरावाला क्षेत्र में दिल्ली नम्बर की एक हौंडा सिटी कार में सवार कुछ व्यक्ति एक आईफोन को सस्ते दामों में बेचने का प्रयास कर रहे हैं, जो सम्भवतः नेहरू कालोनी क्षेत्र में हुई टप्पेबाजी की घटना से सम्बन्धित हो सकता है। उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मोथोरावाला क्षेत्र में नौका रोड पर वाहनों की चैकिंग प्रारम्भ की गयी। इसी बीच पुलिस टीम को दिल्ली नम्बर की एक होंडा सिटी कार मोथोरावाला की ओर से आती हुई दिखाई दी, जिसे रोकने का प्रयास करने पर कार चालक द्वारा तेजी से वाहन को मोडकर दूसरी दिशा में भागने का प्रयास किया गया, जिसे पुलिस टीम द्वारा घेर-घोट कर रोका गया।
इसी बीच वाहन में सवार तीन व्यक्ति वाहन से उतरकर नदी की ओर भागने का प्रयास करने लगे, जिन्हें पुलिस टीम द्वारा तत्परता दिखाते हुए मौके पर ही पकड लिया गया। तीनो व्यक्तियो से नाम-पता पूछने पर उनके द्वारा अपना नाम यूसुफ पुत्र शौकत अली निवासी इस्पात नगर, लिसाडीगेट मेरठ, रिजवान पुत्र इमरान निवासी ढोलकी मौहल्ला मेरठ व आदिल पुत्र शम्सुद्दीन निवासी बुलंदशहर बताया। भागने का कारण पूछने पर उनके द्वारा अपने पास लाइसेंस न होने का बहाना बनाया गया। वाहन की तलाशी लेने पर पुलिस को वाहन के डेसबोर्ड से 06 मोबाइल फोन अलग-अलग कम्पनियो के तथा एक अवैध देसी तमंचा मय जिंदा कारतूस बरामद हुए। जिनके सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त मोबाइल फोनों को देहरादून में रिस्पना पुल, धर्मपुर, आईएसबीटी, प्रिंस चौक व अन्य स्थानों से टप्पेबाजी की घटना में चोरी करना स्वीकार किया गया। जिसके सम्बन्ध में थाना नेहरू कालोनी, कोतवाली नगर तथा पटेलनगर में पूर्व से अभियोग पंजीकृत हैं।
अभियुक्तों से बरामदगी के आधार पर नेहरू कालोनी में पंजीकृत मुकदमा उपरोक्त में धारा: 411/35 भादवि व 3/25 आर्म्स एक्ट की वृद्धि की गयी। पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने पुलिस कार्यालय देहरादून में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुये बताया की पूछताछ में अभियुक्त यूसुफ द्वारा बताया गया कि हम तीनों नशे के आदी हैं तथा अपने नशे की पूर्ती के लिये टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देने से पहले हम चौरोहो तथा भीड-भाड वाले स्थानों पर आने-जाने वाली गाडियों पर लगातार नजर रखते हैं तथा ऐसी गाडी को चिन्हित करते हैं,
जिसमें वाहन चालक द्वारा अपना मोबाइल फोन सीट पर रखा हो, उसके बाद हममें से एक आदमी उक्त वाहन के पासे जाकर अपना पैर उसके पहिये के नीचे आने की बात कहकर उससे उसकी गाडी का शीशा खुलवाते हुए उसे अपनी बातों में उलझाते हैं तथा इसी बीेच हममें से दूसरा व्यक्ति दूसरी तरफ से जाकर गाडी की सीट पर रखा मोबाइल फोन चोरी कर लेता है। हमारे द्वारा रिस्पना पुल, धर्मपुर, हरिद्वार बाइपास रोड, आईएसबीटी तथा प्रिंस चौक के पास इसी प्रकार लोगों से टप्पेबाजी की घटनाएं की गयी थी। आज भी हम चोरी किये गये मोबाइल को आने-जाने वाले लोगों को सस्ते दामों में बेचने की फिराक में थे पर पुलिस द्वारा हमें गिरफ्तार कर लिया गया।