उत्तराखण्डस्वास्थ्यहल्द्वानी

हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में दूर हुई मेडिकल फैकल्टी की कमी

ख़बर शेयर करें -

चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में मेडिकल फैकल्टी की कमी को दूर करते हुये राज्य सरकार ने विभिन्न संकायों में संविदा के माध्यम से लगभग एक दर्जन मेडिकल फैकल्टी की नियुक्ति को मंजूरी दी है। इन मेडिकल फैकल्टी की नियुक्ति से मेडिकल कॉलेज में जहां शैक्षणिक गतिविधियों में सुधार आयेगा। वहीं यहां आने वाले मरीजों को बेतहर उपचार मिल सकेगा।

सूबे के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल फैकल्टी की कमी को दूर करने के लिये राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में संविदा के आधार पर विभिन्न संकायों में लगभग एक दर्जन मेडिकल फैकल्टी नियुक्त की जायेगी, जिसकी मंजूरी सरकार ने दे दी है।

यह भी पढ़ें -  मुख्य सचिव के निर्देश- 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों समय पर हों पूरी

जिसमें फार्माकोलॉजी विभाग के अंतर्गत असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर डॉ. अंकिता बिष्ट, माइक्रोबायोलॉजी में डॉ. प्रियंका टम्टा, डॉ. रितिका, नेत्र रोग में डॉ. हमानी जेलखानी, यूरोलॉजी में डॉ. असित कुमार चौधरी, सर्जिकल ऑकोलॉजी में डॉ. शिवांगी सुंदरम, रेडियेशन फिजीक्स/मेडिकल फिजीसस्ट में डॉ. शुभम दास शामिल है।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड- शासन ने बदले हल्द्वानी समेत इस क्षेत्र के सीओ

इसी प्रकार जनरल सर्जरी में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर डॉ. श्वेताभ प्रधान तथा अस्थि रोग विभाग में डॉ. दिवाकर प्रताप शामिल है। इन सभी संकाय सदस्यों का चयन हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में गठित समिति ने वॉक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से हुआ है।

चयनित मेडिकल फैकल्टी को तीन वर्ष अथवा उक्त पदों पर नियमित नियुक्ति होने तक जो भी पहले हो के लिये नियुक्त किया गया है। मेडिकल फैकल्टी की नियुक्ति से मेडिकल कॉलेज में जहां शैक्षणिक गतिविधियों में सुधार आयेगा वहीं यहां आने वाले मरीजों को बेतहर उपचार मिल सकेगा। 

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड में मोदी ने धनतेरस पर लॉन्च की मुफ्त हेली एंबुलेंस सेवा

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Join WhatsApp Group