शोर मचाने के बजाय न्यायपालिका पर भरोसा रखे कांग्रेस: चौहान
देहरादून। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस अगर न्याय पालिका का सम्मान और भरोसा करती है तो उसे कानूनी प्रक्रिया तथा जाँच एजेंसियों पर भी भरोसा करना चाहिए। महज शोर मचाने से असत्य सच नही जो जाता। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा भावावेश मे शिष्टाचार भी भूलते नजर आ रहे है। उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस इस मुद्दे पर भ्रम फैलाकर राजनीतिक रोटियां सेकने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि अंकिता पूरे राज्य की बेटी है और वर्तमान मे मामला अदालत मे है। आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले पूरा घटनाक्रम साफ है। उन्होंने कहा कि सीएम के मामले का स्वत: संज्ञान लेने से आरोपी के पिता का भाजपा से निष्कासन और आरोपियों की 24 घंटे मे गिरफ्तारी हुई। आज आरोपी सलाखों के पीछे हैं और जांच एजेंसियों के द्वारा एक एक कड़ी को जोड़ा गया है। चौहान ने कहा कि कांग्रेस की कथित यात्रा मे अंकिता के परिजनों द्वारा भागेदारी से इनकार करने पर आहत कांग्रेस अब बौखला गयी है। कांग्रेस भ्रम और दुष्प्रचार के जरिये इस मुद्दे का राजनीतिकण करना चाहती है। जाँच एजेंसयों ने किस तरह से सुबूत इकट्ठे किये और किस तरह से वह अदालत मे केश की पैरवी करेगी यह उनका विषय है, लेकिन कांग्रेसी दुष्प्रचार के जरिये समीक्षा मे जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वीआईपी या जाँच मे छुट गए विंदु अथवा अन्य विषय तथ्य सहित सामने रखने चाहिए, जिससे सही तस्वीर सामने आये। ऐसे मे यह महज सियासी आरोप प्रत्यारोप ही माने जायेंगे। भाजपा और प्रदेश को अपनी जाँच एजेंसियों पर पूरा भरोसा है। इससे पहले भी भर्ती घोटालो मे हुई निष्पक्ष जाँच मे यह साबित हुआ है। पहली बार राज्य मे भृष्टाचार या अन्य मामलों मे जाँच एजेंसियों को खुली छुट दी गयी है। चौहान ने पूर्व सीएम हरीश रावत के उस दावे को भी दिवास्वप्न बताया जिसमे रावत द्वारा राज्य मे कांग्रेस के आधार बढ़ने का दावा किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरे देश से सिमट रही है और उनकी गलतफहमी 2024 मे दूर हो जायेगी। उन्होंने कहा कि देश की तरह राज्य मे भी जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है। तमाम घपले और घोटालों से आजिज आकर जनता का आशीर्वाद अब राज्य की लोकप्रिय धामी सरकार के साथ है। जनता राज्य मे सुचिता, भ्रष्टाचार मुक्त और सुलभ सरकार चाहती है और भाजपा इसमें खरी उतरी है।