उत्तराखंड में धोखाधड़ी का खुलासा, एलयूसीसी कंपनी के शाखा प्रबंधक पर मुकदमा
उत्तराखंड में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें श्रीनगर जिले के एलयूसीसी कंपनी पर आरोप लगे हैं। स्थानीय निवासियों की शिकायत के बाद, श्रीनगर पुलिस ने कंपनी की शाखा प्रबंधक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और इसकी गहन जांच शुरू कर दी है।
आरोप है कि एलयूसीसी कंपनी के एजेंटों ने निवेशकों को आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर उन्हें आरडी (आवर्ती जमा) खाता खोलने के लिए प्रेरित किया। निवेशकों को यह विश्वास दिलाया गया कि उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा, और उन्हें अन्य लोगों को भी इस योजना में जोड़ने के लिए कहा गया। हालांकि, कंपनी ने फरवरी-मार्च 2024 में अचानक अपनी गतिविधियाँ बंद कर दीं, लेकिन अक्टूबर 2024 तक निवेशकों से धन राशि ली जाती रही। जब निवेशकों ने अपनी जमा राशि की वापसी की मांग की, तो शाखा प्रबंधक ने उन्हें जनवरी 2025 तक पैसे लौटाने का आश्वासन दिया, लेकिन अब तक कोई भी राशि वापस नहीं की गई।
श्रीकोट निवासी सबर सिंह नेगी और अन्य निवेशकों ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में बताया कि इस धोखाधड़ी के कारण उनकी सारी जमा पूंजी डूब गई है। निवेशकों का कहना है कि उन्हें अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि वे अपनी रकम कैसे वापस पा सकते हैं, और उनका आक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मणिभूषण श्रीवास्तव ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एलयूसीसी कंपनी की शाखा प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अब मामले की गहन जांच में जुटी हुई है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। इस धोखाधड़ी ने निवेशकों के बीच गहरी निराशा और आक्रोश पैदा कर दिया है, और अब उनकी उम्मीदें पुलिस की जांच और कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।