सीएम पुष्कर सिंह धामी का बड़ा फैसला, प्रदेश में 23 खेल अकादमियों की शुरुआत

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड प्रीमियर लीग 2025 के समापन समारोह में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने फाइनल में विजेता बनी हरिद्वार एल्मास टीम को ट्रॉफी प्रदान की और कई अहम घोषणाएं कीं।
मुख्यमंत्री धामी ने उन सभी टीमों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जो इस बार जीत से चूक गए। उन्होंने कहा कि खेल में हार-जीत तो होती रहती है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है आपकी खेल भावना, मेहनत और आगे बढ़ने का जज्बा। उन्होंने कहा कि खेल सिर्फ शारीरिक और मानसिक विकास का जरिया नहीं, बल्कि अनुशासन, टीमवर्क और संघर्षशीलता जैसे गुणों को भी निखारता है।
सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘खेलो इंडिया’ और ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ की प्रशंसा की और कहा कि इन पहलों ने देश में खेल संस्कृति को मजबूती दी है। उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत खेलों के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है और विश्व मंच पर अपनी एक खास पहचान बना रहा है।
धामी ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की सराहना करते हुए बताया कि महिला क्रिकेट को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इस टूर्नामेंट में महिला टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया है, जो भविष्य में महिलाओं की भागीदारी के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने गर्व से कहा कि उत्तराखंड की तीन बालिकाएं—राघवी बिष्ट, प्रेमा रावत और नंदनी कश्यप—अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ रही हैं और वर्तमान में न्यूजीलैंड में हो रही श्रृंखला में भारतीय टीम का हिस्सा हैं।
सीएम ने यह भी चिंता जताई कि उत्तराखंड का खेल प्रतिभा बाहर क्यों जा रहा है, जबकि प्रदेश के खिलाड़ी आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन दूसरे राज्यों की टीमों के लिए खेल रहे हैं। उन्होंने क्रिकेट एसोसिएशन से आग्रह किया कि उत्तराखंड की टीम देश की सबसे मजबूत टीम बने, इसके लिए उचित व्यवस्था की जाए।
सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल राज्य में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर इतिहास रच दिया और प्रदेश का मान बढ़ाया।
धामी ने घोषणा की कि जल्द ही उत्तराखंड के आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों की स्थापना की जाएगी, जहां प्रति वर्ष लगभग 920 विश्वस्तरीय एथलीट और 1000 अन्य खिलाड़ी उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
इसके अतिरिक्त, हल्द्वानी में प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज भी स्थापित किए जा रहे हैं। खेलों के समग्र विकास और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए नई खेल नीति लागू की गई है, जिसके तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को पूर्व समय से सरकारी नौकरी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री खेल विकास निधि, मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना और खेल किट योजना जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य के युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का भरोसा भी दिया।
