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चीता पुलिस जवानों को गोली मारकर घायल करने वाले कुख्यात की एसटीएफ से मुठभेड़, गिरफ्तार

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देहरादून। चीता पुलिस के दो जवानों को गोली मारकर फरार हुए कुख्यात अपराधी को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर एक लाख का ईनाम घोषित था। आरोपी ने हरिद्वार चीता पुलिस के दो जवानों को गोली मार कर घायल कर दिया था। उसे मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार करने में सफलता मिली। आरोपी मुकीम काला गैंग का सक्रिय सदस्य रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुश अग्रवाल ने पकड़े गये एक लाख के ईनामी अपराधी के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि दिनांकः 16.10.22 को जनपद हरिद्वार के क्षेत्र थाना लक्सर की चीता पुलिस के जवानो को सूचना प्राप्त हुई कि कुछ बदमाष लक्सर कस्बे के एक सुनार को लूट के ईरादे से आये हुये है और वे संदिग्ध व्यक्ति दुर्गा मन्दिर ओवर ब्रिज लक्सर के नीचे घूम रहे है। इस सूचना पर चीता पुलिस के दो जवान का0 सुरेन्द्र शर्मा व का0 पंचम को लक्सर वालावालीपुल के नीचे एक मोटर साईकिल में सवार तीन संदिग्ध व्यक्तियोंको देखकर उन्हें रोककर पूछताछ करने लगे तो वो अचानक चीता पुलिस पर फायर करते हुये भागने लगे, इस मुठभेड़ के दौरान इनमें से एक बदमाश को का0 सुरेन्द्र शर्मा दबोच लिया था किन्तु उसके अन्य साथियों द्वारा फिर चीता पुलिस पर जान से मारने की नीयत से कई राउण्ड फायर कर दिये

इस दौरान कानि0 पंचम के पैर में गोली लग गयी और वो पकड़ा गया व्यक्ति अपने साथियों के साथ भागने लगा, गोली चलाने वाले व्यक्ति का0 पंचम प्रकाश द्वारा लडखडाते हुये उसका पीछा कर रहा था। इसी बीच वहीं मौके पर पहुंची थाना लक्सर की दूसरी चीता में तैनातकर्मचारी कानि0 सतेन्द्र व का0 राजेन्द्र ने अपनी मोटर साईकिल से कां0 पंचम प्रकाश के साथ तीनों बदमाषों को का पीछा करना शुरू किया तो तीनों बदमाशों द्वारा उक्त चीता कर्मियों पर भी जान से मारने की नीयत से फायर कर दिये जिसमें से एक गोली एक अन्य कानि0 राजेन्द्र सिंह पैर पर लग गयी तथा वह बदमाश पप्पू नर्सिंग होम के पास एक पीले रंग की अपाचे मोटर साईकिल पर सवार दो अन्य बदमाशो के साथ फायर करते हुये भाग गये। यह घटना बहुत ही सनसनीखेज थी, जिसमें सभी अपराधियों को पकड़ा जाना आवश्यक था।

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इस घटना में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 05 बदमाषों की 1. शाबिर 2. अताउल खान 3. नौशाद  4. जावेद  व फुरकान प्रकाश में आये।  जिनमें से मोटर साईकिल व असलाह उपलब्ध कराने वाले दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही हरिद्वार पुलिस द्वारा घटना में सम्मलित अपराधी नौषाद, अताउलखान व षाबिर को गिरफ्तार किया जा चुका था। मुख्य अपराधी फुरकान एवं जावेद घटना के बाद से फरार चल रहे थे।इसमें फुरकान बहुत ही शातिर बदमाश है इसके विरूद्ध कई राज्यों में संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं, इसी के द्वारा पुलिस चीता कर्मियों पर फायर किया गया था तथा लगातार फरार चल रहा था। जिसके गिरफ्तारी हेतु पुलिस मुख्यालय द्वारा 01 लाख रूपये का ईनाम घोशित किया गया था।

एसटीएफ की रणनीतिः-वरिश्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 द्वारा इस अपराधी को पकड़ने के लिये एक सुगठित रणनीति बनाते हुये अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी एस0टी0एफ0 के पर्यवेक्षण में टीम गठित की गयी जिनके द्वारा मैनुवली इस अपराधी के सम्बन्ध में सूचनाओं को संकलित करना षुरू किया तथा टीम विगत 03 माह से उक्त अपराधियेां की गिरफ्तारी के लिये प्रयासरत थी* व हरियाणा, पष्चिम उत्तर प्रदेष, दिल्ली, राजस्थान आदि पर दबिष दी जा रही थी। अपराधियों द्वारा किसी भी मोबाईल आदि का प्रयोग नही किया जा रहा था ना ही अपने घर/रिष्तेदारो/जान पहचान वालो से किसी भी प्रकार से सम्पर्क किया जा रहा था। इस पर एसटीएफ की टीम द्वारा मैनुवल पुलिसिंग अपनाते हुये अपने मुखबिर लगाये गये। इसी क्रम में कुछ दिन पूर्व टीम को सूचना प्राप्त हुई कि फुरकान बिहार में किसी जगह पर रह रहा है।

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टीम विगत 10 दिन पूर्व बिहार के भागलपुर जनपद में सूचना एकत्रित करने पहुॅची जिस पर टीम द्वारा उसके सम्भावित ठिकानो की जानकारी की गई व गोपनीय तरीके से बिहार व झारखण्ड के बार्डर के पीरपैंती कस्बे में ठिकानो की निगरानी की गई लगातार 08 दिनो तक निगरानी करने एवं पुलिस द्वारा भेश बदलकर डिलीवरी बाय/ मजदूर आदि बनकर इन घरो पर नजर रखी जा रही थी परिणाम स्वरूप एक घर चिन्ह्ति हुआ जिसमें अपराधी फुरकान का रहना पता चला। स्थानीय पुलिस की सहायता से उक्त घर को रात के समय घेर कर दबिष दी गई तो अभियुक्त फुरकान घर की छत पर सो रहा था जैसे ही पुलिस का आभास हुआ भागने लगा लेकिन पुलिस टीम द्वारा पीछा कर पकड लिया लेकिन उक्त अपराधी द्वारा पुलिस से भागने की कोषिष की गई लेकिन पुलिस टीम द्वारा कुछ देर बाद उस पर काबू कर गिरफ्तार किया गया एंव दिनाॅक 02.07.2023 को माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट भागलपुर के समक्ष पेष कर 06 दिवस ट्रान्जिट रिमान्ड लिया गया।

षेश-इस बदमाष को पकड़ने के लिये एसटीएफ द्वारा विगत माह में कुछ समय के लिये हरिद्वार सहारनपुर में डेरा डाले हुये था। जैसे ही इस अपराधी को अपने गिरप्तारी के लिये एसटीएफ के आने की सूचना मिली तो इस षातिर अपराधी फुरकान द्वारा पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिये अपने आप को गंगनहर कलियर के पास अपने कपडे व मोबाईल रखकर अपने रिष्तेदारों को अपने डूबकर आत्महत्या करने की बात कहने की सूचना दी गई। जिससे पुलिस उसे मरा हुआ समझकर उसका पीछा करना छोड दे। इस पर इस बदमाष की पत्नी द्वारा रामपुर मनिहारन में जाकर अपने पति फुरकान की आत्महत्या की सूचना भी दी गयी थीं,लेकिन एसटीएफ ने तस्दीक  लिया था इस बदमाष में पुलिस को चकमा देने की नियत से ये प्लान बनाया गया है और एसटीएफ इस बदमाष की मैनुवली जानकरी एकत्रित करने लगी क्योंकि इसके कोई भी परिजन फोन का इस्तेमाल करना बन्द कर दिया था।

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गिरफ्तार अपराधी का नाम-
1. फुरकान पुत्र षौकत निवासी लण्ढौरा गुर्जर, थाना रामपुर मनिहारन जनपद सहारनपुर।

आपराधिक इतिहासः-
उक्त अपराधी फुरकान पष्चिम उत्तर प्रदेष के कुख्यात गैंग मुकीम काला का सक्रिय सदस्य रहा है तथा सहारनपुर से जिला बदर घोशित है तथा पूर्व में कई बार पुलिस पर जानलेवा हमला कर चुका है। मुकीम काला की मृृत्यू के बाद अपना गैंग बनाकर लूट डकैती की आपराधिक घटनाओं को अन्जाम दे रहा था। वर्तमान तक की जानकारी में निम्न आपराधिक इतिहास प्रकाश में आया है।

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Daleep Singh Gariya

संपादक - देवभूमि 24