बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष- लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड पेश करेगा कांग्रेस मुक्त होने की नजीर
देहरादून। भाजपा ने राज्य के लिए पीएम, गृहमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष, मुख्यमंत्री योगी के साथ स्मृति ईरानी और राजनाथ सिंह को प्राथमिकता देते हुए स्टार प्रचारकों की सूची के लिए केंद्रीय नेतृत्व से अनुरोध किया है।
जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर चुटकी ली कि ऐतिहासिक कानून लागू करने की तरह उत्तराखंड, कांग्रेस मुक्त होने की नजीर भी पेश करेगा। प्रत्याशियों के नामों को लेकर हो रही देरी पर पर कटाक्ष किया कि शीघ्र ही कांग्रेस में “मैं नही, मैं नही” की लड़ाई समाप्त होगी और जमानत जब्त होने वाले नाम सामने आ जायेंगे। पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए श्री भट्ट ने बताया कि प्रदेश द्वारा केंद्रीय नेतृत्व से अपेक्षित स्टार प्रचारक प्रचारकों की सूची के लिए अनुरोध भेज दिया गया है। जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम प्रमुखता से शामिल है।
इसी प्रकार संगठन द्वारा लोकसभा स्तर पर होने वाली रैलियां, सभाओं एवं रोडशो को लेकर कार्यक्रमों को अंतिम रूप दे दिया गया है। लिहाजा जैसे ही केंद्र से स्टार प्रचारक के कार्यक्रम सुनिश्चित हो जाएंगे तदुपरांत रणनीति को अमल में लाना शुरू कर दिया जाएगा। जहां तक सवाल है पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान का तो वह अनेक स्तर पर प्रारंभ हो चुका है जिसे पार्टी प्रत्याशियों के नामांकन के बाद और तेज गति से आगे बढ़ाया जाएगा। इस दौरान मीडिया द्वारा पार्टी जॉइनिंग अभियान को लेकर पूछे जाने पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कल पार्टी में बड़ी जॉइनिंग होगी, जिसमें पिछली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वालों के साथ कई पूर्व विधायक भी पार्टी में शामिल होंगे।
साथ ही कांग्रेस के खाली होने के सवाल पर उन्होंने कटाक्ष किया कि जिस तरह देवभूमि ऐतिहासिक कानून लाकर देश में नजीर पेश कर रही है, ठीक उसी तरह कांग्रेस भी समाप्ति की और बढ़ रही है। लिहाजा कांग्रेस मुक्त उत्तराखंड होना अब निश्चित है। कांग्रेस में प्रत्याशी तय करने में हो रही देरी पर चुटकी लेते हुए श्री भट्ट ने कहा, हालांकि यह उनका अंदरूनी मामला है लेकिन मुझे विश्वास है शीघ्र ही जमानत जब्त होने वाला नाम भी सामने आ जाएंगे। क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चुनाव के परिणाम को बखूबी समझ रहे हैं और यही वजह है कि मैं नहीं मैं नहीं लडूंगा की लड़ाई चल रही है। उम्मीद है शीघ्र ही वह नाम सामने आ जाएगा जिसे बलि का बकरा बनाया जाएगा।