गौला संघर्ष समिति का आंदोलन खत्म, अब सोमवार से नदी में सुनाई देगी बेल्चे फावड़ों की खनक
हल्द्वानी। गौला नदी में सोमवार से एक बार फिर बेल्चे-फावड़ों की खनक सुनाई देने लगेगी। लंबे समय से चले आ रहे आंदोलन को गौला संघर्ष समिति ने विराम देने का निर्णय लिया है। इसकी वजह स्टोन क्रशर संचालकों से रेट तय होना बताया गया है।
गौला संघर्ष समिति के संयोजक मनोज जोशी और गौला संघर्ष समिति के अध्यक्ष जीवन कबडवाल का कहना है कि वह लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत थे। इसके चलते गौला नदी में खनन कार्य नहीं हो पा रहा था। उनका कहना है कि व्यक्तिगत रूप से स्टोन क्रशर संचालकों के साथ रेट का निर्धारण कर लिया गया है। इसके तहत पूरे सत्र तक बरेली रोड के क्रेशर द्वारा 33 रुपए और शांतिपुरी क्षेत्र के क्रशरों के लिए 41 रूपये प्रति कुंतल का रेट निर्धारित किया गया है। जिसके बाद वाहन स्वामियों द्वारा वाहनों के संचालन किए जाने का फैसला लिया है।
इस निर्णय के बाद सोमवार से गौला नदी में एक बार फिर खनन कार्य शुरू हो जाएगा। सोमवार को क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट और गौला संघर्ष समिति के अध्यक्ष और संयोजक संयुक्त रूप से लालकुआं निकासी गेट का विधिवत शुभारंभ करेंगे। जिसके साथ इस सत्र में गौला में खनन कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस दौरान बैठक में गोला संघर्ष समिति के अध्यक्ष जीवन कबडवाल, मनोज बिष्ट, पंकज दानू, वीरेंद्र दानू, मनोज दानू, हरीश दानू, हरीश गोस्वामी, हरीश सुयाल, मनीष बोरा, सुंदर शाह, संजय कार्की, बलराज आगरी, महेश गोस्वामी, पूरन बिष्ट, रविंदर कोरंगा, मनोज खोलिया समेत कई वाहन स्वामी उपस्थित रहे।