गौला संघर्ष समिति में हुई राजनीति की इंट्री
मोटाहल्दू। गौला संघर्ष समिति के धरना स्थल पर कुछ कांग्रेसी नेताओं के मंच साझा करने व धरने को समर्थन देने से वाहन स्वामियों में असमंजस की स्थिति बन गई है।
समिति संयोजक प्रधान रमेश जोशी द्वारा जारी एक अपील में निवेदन किया गया था कि यह राजनेतिक मंच नहीं है। पर भाजपा नेताओं का मानना है कि सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारे लगाकर यह लड़ाई नहीं जीती जा सकती। उन्हें अभी भी अपने विधायकों व मुख्यमंत्री से उम्मीद है कि वे उनसे मिलकर इसका कोई हल निकाल लेंगे। इस संबंध में डंपर एसोशियेशन के बैनर तले पूर्व से ही संघर्ष रत इंदर बिष्ट अपने वरिष्ठ नेताओं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, सूबे के मुखिया पुष्कर धामी, बंशीधर भगत आदि से मिलते आ रहे हैं।
न्यायालय में चल रही कार्यवाही पर भी आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं, इस कार्यवाही को कुछ वाहन स्वामी संधिग्ध मान रहे हैं। जबकि रिट दायर कर्ता हरीश चौबे, पम्मी सैफी आदि का कहना है कि रिट दायर हुई है जिसमें आगामी 19 दिसम्बर को सुनवाई होनी है।