मतपत्रों के रंगों से मतदान प्रक्रिया होगी और भी सरल, मास्टर ट्रेनर ने दिया प्रशिक्षण

उत्तराखंड में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के सफल, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण संचालन के लिए उत्तराखंड में तैयारियां तेजी से चल रही हैं। इसी क्रम में हल्द्वानी के मेडिकल कॉलेज सभागार में उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी अनामिका के नेतृत्व में दो पालियों में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रथम पाली में 1047 पीठासीन अधिकारी प्रथम एवं द्वितीय तथा द्वितीय पाली में 27 जोनल मजिस्ट्रेट, 77 सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं 36 रिज़र्व मजिस्ट्रेटों को निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी अनामिका ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि निर्वाचन एक संवेदनशील कार्य है, जिसमें तटस्थता, पारदर्शिता और समयबद्धता का विशेष महत्व है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे प्रशिक्षण में प्राप्त दिशा-निर्देशों का पूर्णतः पालन करें और निर्वाचन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में अपनी भूमिका ईमानदारी व सत्यनिष्ठा के साथ निभाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही या गलती सहन नहीं की जाएगी।
मास्टर ट्रेनर एच.बी. चंद ने प्रशिक्षण में मतगणना प्रक्रिया एवं मतदान के तकनीकी पक्षों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मतपत्रों की पहचान एवं मतगणना को आसान बनाने के लिए चारों पदों के लिए अलग-अलग रंग के मतपत्र आवंटित किए गए हैं। ग्राम पंचायत सदस्य के लिए सफेद, प्रधान के लिए हरा, क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए नीला और जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी रंग के मतपत्रों का प्रयोग किया जाएगा, जिससे मतदाताओं को मतदान में सुविधा होगी।
इसके अतिरिक्त, मास्टर ट्रेनर ने आदर्श आचार संहिता, मतदान दिवस की कार्यवाही, बैलेट बॉक्स संचालन, मतदान केंद्रों की व्यवस्थाएं, आपातकालीन स्थितियों में त्वरित कार्रवाई एवं मतगणना प्रक्रिया सहित निर्वाचन से जुड़े विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारियों के शंकाओं का समाधान भी किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी विवेक राय, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी, जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट, पीठासीन अधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
