चर्चित रंगदारी प्रकरण में पुलिस ने दबोचा आरोपी
हरिद्वार। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ व लॉरेंस विश्नोई के नाम से शुगर मिल प्रबंधक से 1 करोड़ की फिरौती मांगने वाला मिल का ही पूर्व कर्मचारी निकला। आरोपी ने रिटायरमेंट उपरांत एक्सटेंशन न बढ़ाने को लेकर कदम उठाया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
बता दें कि बीती दिनांक 10 जुलाई को प्रधान प्रबंधक शुगर मिल लक्सर सत्यपाल सिंह ने रजिस्टर्ड डाक से गैंगस्टर गोल्डी बराड व लोरेंस विश्नोई के नाम से 01 करोड रूपये की फिरोती की मांग करने व फिरौती न देने पर परिवार सहित जान से मारने की धमकी देने के संबंध में कोतवाली लक्सर पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। घटना की गम्भीरता एवं घटना में लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड का नाम आने से पूरे प्रदेश भर में चर्चित इस मामले को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह के निर्देशन में स्पेशल टीमों का गठन किया गया था।गठित पुलिस टीम द्वारा रजिस्टर्ड डाक की डिलीवरी के सम्बन्ध में सभी तथ्यों को गहराई से समझते हुए कड़ी से कड़ी जोड़कर जानकारी प्राप्त की और लक्सर रूडकी क्षेत्र में सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में रात दिन एक कर दिया।
हरिद्वार पुलिस टीमों का आपसी तालमेल और छोटी-छोटी बातों को आपस में कनेक्ट करते हुए आरोपी लोकेश कुमार शर्मा पुत्र महेन्द्र दत्त शर्मा को थाना क्षेत्र से दबोचने में सफलता हासिल हुई। बताया गया कि अभियुक्त वर्ष 2019 में शुगर मिल से रिटायर हो गया था और वर्ष 2019 से वर्ष 2023 तक कुल 4 वर्षो से लगातार एक्सटेंशन पर नौकरी कर रहा था। उसका एक्सटेंशन समाप्त होने पर उसके द्वारा 1 वर्ष का एक्सटेंशन और बढाने हेतु नये प्रधान प्रबंधक एस0पी0 सिंह को प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन एस0पी0 सिंह ने उनका एक्सटेंशन अस्वीकार कर दिया। इसी बात को लेकर अभियुक्त द्वारा प्रधान प्रबंधक को गोल्डी बराड व लोरेंस विश्नोई गैंगस्टरो के नाम से डराते हुए 01 करोड रूपये की धमकी भरा पत्र रजिस्टर्ड डाक से भेजा था ताकि प्रधान प्रबंधक डर जाए और उसको पैसा आसानी से मिल जाए।पुलिस टीम में क्षेत्राधिकारी लक्सर मनोज ठाकुर, प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह, एसएसआई अंकुर शर्मा, कांस्टेबल प्रभाकर थपलियाल शामिल रहे।