नैनीताल में नंदा देवी महोत्सव का आयोजन 8 से 15 सितंबर तक, ये होंगे कार्यक्रम
नैनीताल। इस वर्ष नंदा देवी महोत्सव 8 से 15 सितंबर तक भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। शुक्रवार को श्री राम सेवक सभा के सभागार में सभा के अध्यक्ष मनोज शाह और महासचिव जगदीश बवाड़ी ने महोत्सव के कार्यक्रम की जानकारी दी।
महोत्सव का उद्घाटन 8 सितंबर को श्री राम सेवक सभा प्रांगण में दोपहर 2:00 बजे होगा। इस दिन कदली वृक्ष लेने के लिए एक टीम रौखड़ की ओर जाएगी। 9 सितंबर को कदली वृक्षों को लाकर सुखताल और तल्लीताल वैष्णो देवी मंदिर में पूजा की जाएगी, इसके बाद वृक्षों का नगर भ्रमण कराया जाएगा और शाम को नयना देवी मंदिर में पूजा की जाएगी।
10 सितंबर को मूर्ति निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। 11 सितंबर को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा एवं पूजन किया जाएगा, इसके बाद शाम 6:30 बजे प्रसाद वितरण और 9:00 बजे देवी पूजन व रात्रि 12:00 बजे देवी भोग का आयोजन होगा।
12 सितंबर को प्रातः 6:00 बजे देवी पूजन, श्री दुर्गा सप्तशती पाठ, हवन, कन्या पूजन और डीएसए मैदान में महा भंडारा आयोजित किया जाएगा। शाम को पंचायती और प्रसाद वितरण के बाद देवी पूजन व रात्रि 12:00 बजे देवी भोग का आयोजन होगा।
13 सितंबर को सुबह देवी पूजन, दोपहर 2:00 बजे से श्री नंदा चालीसा और भजन कीर्तन, शाम को पंच आरती, प्रसाद वितरण और 7:00 बजे नैनी झील में दीपदान किया जाएगा। रात 9:00 बजे देवी पूजन और 12:00 बजे रात्रि देवी भोग होगा।
14 सितंबर को सुबह देवी पूजन, शाम 6:30 बजे पांच आरती, 9:00 बजे देवी पूजन और रात्रि 12:00 बजे देवी भोग का आयोजन होगा।
15 सितंबर को सुबह 6:00 बजे देवी पूजन, 12:00 बजे देवी भोग और 12:30 बजे से महानंदा सुनंदा की शोभायात्रा मां नयना देवी मंदिर से नगर भ्रमण के लिए निकलेगी। शाम को ठंडी सड़क स्थित गोलजू मंदिर के समीप मां नन्दा सुनंदा की मूर्तियों का नैनी झील में विसर्जन किया जाएगा।
सभा के पदाधिकारियों द्वारा पिछले लंबे समय से महोत्सव की तैयारियाँ की जा रही हैं। माँ नन्दा सुनन्दा का कैलेंडर हर घर में वितरित किया गया है और उद्घाटन के मौके पर कई अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। उद्घाटन समारोह के दौरान छोलिया कलाकारों द्वारा नगर में महोत्सव का प्रचार किया जाएगा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी योजना बनाई गई है।
महोत्सव के आयोजन में विमल चौधरी, पूर्व अध्यक्ष मुकेश जोशी मंटू, देवेंद्र लाल शाह, मोहित लाल शाह, अशोक शाह, राजू बिष्ट, भुवन बिष्ट, डॉ ललित तिवारी, और गोधन सिंह त्रिभुवन जैसे प्रमुख लोग उपस्थित थे।