करोड़ों की धोखाधड़ीः दो साल से सिर दर्द बनी हुई थी गैंग की मुखिया, एसटीएफ ने ऐसे दबोचा
देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ के हाथ बड़ी सफलता लगी है। देहरादून, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और बागेश्वर जनपद में कई लोगों के साथ करोड़ों रूपये की धोखाधडी करने वाली गैंग की मुख्या अभियुक्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी महिला की गिरफ्तारी हेतु राज्य के चार जिलो चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी तथा देहरादून से उस पर ईनाम घोषित किया गया था। बागेश्वर, पौड़ी और रुद्रप्रयाग में भी वह वांछित थी। आरोपी के विरुद्ध एक दर्जन से ज्यादा धोखाधड़ी के चारों जिलों में एक दर्जन अभियोग दर्ज हैं। पिछले 02 वर्षो से उत्तराखंड के 07 जिलों की पुलिस के लिये वह सिरदर्द बनी थी, इतना ही नहीं गैंगस्टर में भी वांछित थी। पीड़ितों ने आरोपी की गिरफ्तारी पर एसएसपी एसटीएफ को धन्यवाद दिया है।
एसटीएफ के मुताबिक पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा राज्य में ईनामी/ वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे ’’आप्ररेशन प्रहार’’ के अनुपालन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल द्वारा अभियान को गम्भीरता से लेते हुये, अपनी टीमो को उक्त सम्बन्ध में टास्क अवंटित किये गये है। जिनका निकट पर्यवेक्षण चन्द्र मोहन सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 व विवेक कुमार , पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 द्वारा किया जा रहा है। इसी क्रम में निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा के नेतृत्व में जनपद बागेश्वर, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, जनपद चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी तथा देहरादून के विभिन्न थानों में करीब 15 अभियोगों में नामजद/ फरार/ वांछित /ईनामी अभियुक्ता मोनिका कपूर पत्नी सन्दीप कपूर नि0 345 पंजाबी बाग, प्रगति अपार्टमेन्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जिस पर उक्त 04 जनपदों से अलग-अलग कुल 61,500 /- रूपये का ईनाम घोषित किया हुवा था।
इन जनपदों में इस महिला के विरूद्व करीब 15 अभियोग पंजीकृत किए हुए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि अपराधी मोनिका कपूर जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसाईटी लि0 नामक कम्पनी की निदेशक थी, जिसका मुख्यालय राठी बिल्डिंग प्लाट न0 231/18ए बीना एन्कलेव नागलोई दिल्ली था। जिसके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर उक्त कम्पनी बनाई तथा वर्श 2015 से उत्तराखण्ड राज्य के अलग-अलग जनपदों के विभिन्न तहसीलो / उपखण्डो में स्थानीय शिक्षित व बेरोजगार नवयुवको को कम्पनी मे कम्पनी का प्रचार करने व अन्य नवयुवको को जोडने व उनसे निवेश करने हेतु प्रेरित किया। जिससे स्थानीय बेरोजगार नवयुवक कम्पनी से जुड गये तथा आरोपी के अनुसार व आश्वासन पर कम्पनी के खातो में उनके बचत खाते/ आर0डी0 / एफ0डी0 व दैनिक बचत खाते आदि खुलवाये गये। जिनके द्वारा कम्पनी के खातो में धनराशि जमा कराई गई। जिनसे समय-समय पर धनराशि आहरित की जाती थी। जिससे स्थानीय व्यक्तियों को कम्पनी में खाता खोलने पर पुरा यकीन हो गया था।
जब कम्पनी में व्यक्तियों का काफी धनराशि जमा हो गई और उनकी आर0डी0/ बचत पत्र का समय पूर्ण होने लगा तो वर्श 2021 के अन्त में कम्पनी फरार हो गई। इस महिला ने जनपद उत्तरकाशी में 16 करोड़, जनपद टिहरी- 1,25 करोड, जनपद देहरादून 13 करोड, जनपद चमोली 06 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी। पूर्व में कंपनी के कपिल देव राठी,पकॅज गम्भीर।अनिल रावत गिरफ्तार हौ चुके हैं। इस गैंग की मुखिया की गिरफ्तारी के पश्चात बड़ी संख्या में पीड़ित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल जी से मिलकर उनका धन्यवाद दिया गया और एसटीएफ के द्वारा की गई कार्यवाही की प्रशंसा की गई। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक उमेश कुमार, हेड कांस्टेबल कैलाष नयाल हेड कांस्टेबल विरेन्द्र नोटियाल हेड कांस्टेबल अनूप भाटी हेड कांस्टेबल चमन कुमार,हेड कांस्टेबल सन्देष, हेड कांस्टेबल अर्जुन रावत (विषेश योगदान) कांस्टेबल अनिल कुमार शामिल थे।