आईजी की नसीहत, एसओजी और एएनटीएफ छापामार कार्रवाई में लाएं तेजी
हल्द्वानी। पुलिस महानिरीक्षक कुमायूँ परिक्षेत्र डॉ. नीलेश भरणे ने सभी जिलों की एसओजी और एएनटीएफ के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने 1 जनवरी से 20 जुलाई तक के कार्यों की जानकारी ली। साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान बताया गया कि ऊधमसिंहनगर जिले की एसओजी ने इस अवधि में 313.96 ग्राम स्मैक, 1.350 किग्रा. चरस, 58.400 किग्रा. गांजा, 519 नशीले इन्जेक्शन, 11534 नशीले कैप्सूल, 2208,500 रुपये के नकली करेन्सी, 08 तमंचे व उपकरण, 112 पेटी देशी शराब मय फैक्ट्री, 40 लीटर देशी (12 ड्रम), 06 पेटी अंग्रेजी शराब, तथा 409 लीटर कच्ची शराब खाम बरामद व 43900 की रकम में जुआ/सट्टा बरामद की। जबकि नैनीताल एसओजी ने 3 किलो 980 ग्राम चरस, 01 किलो 286 ग्राम स्मैक,01 तेंदुये की खाल, 776 ग्राम यारसा गम्बू, 290 पेटी अंग्रेजी शराब, तथा 30900 रु0 जुआ-सट्टा बरामद किया तथा 80 गुमशुदा बच्चों के बरामद किया। वहीं अल्मोड़ा एसओजी ने 2 किलो 717 ग्राम चरस, 226.9 ग्राम स्मैक,02 किलो 03 ग्राम अफीम,170 किलो व 67 ग्राम गांजा, 01 तेंदुये की खाल, 192 पेटी अंग्रेजी शराब तथा 21 गुमशुदा की बरामदगी की।
बागेश्वर एसओजी ने 4 किलो 6 ग्राम चरस, 23.54 ग्राम स्मैक 29 पेटी अंग्रेजी/देशी शराब, तथा 10 गुमशुदा को बरामद किया। इसी तरह पिथौरागढ़ जिले की एसओजी ने 6 किलो 578 ग्राम चरस, 106.22 ग्राम स्मैक, एक 12 बोर बंदूक व 06 जिंदा कारतूस, 113 पेटी 08 बोतल, 20 पव्वे अंग्रेजी शराब, 41790 रु0 का जुआ सट्टा तथा 23 गुमशुदा बरामद किये। चम्पावत एसओजी ने7 किलो 418 ग्राम चरस, 266 ग्राम 90 मिलीग्राम स्मैक, 442 बोतल देशी , 212 बोतल अंग्रेजी शराब, जुआ /सट्टा रु0 5,05000 तथा 49 गुमशुदा को बरामद किया। जबकि इस अवधि में एएनटीएफ ऊधमसिंहनगर ने 80.51 ग्राम स्मैक, 3.004 किग्रा. चरस, 85.196 किग्रा. गांजा,494 नशीले इन्जेक्शन, 11870 बरामद किया कर कुल 18 अभियोगों में 27 अभियुक्त गिरप्तार किये। नैनीताल ने 729 ग्राम स्मैक, 11.781 किग्रा. चरस, ,257 नशीले इन्जेक्शन, बरामद कर कुल 31 अभियोगों में 39 अभियुक्त गिरप्तार किये। वहीं अल्मोड़ा ने 226,9 ग्राम स्मैक, 2.717 किग्रा. चरस, ,2.003 ग्राम अफीम बरामद कर कुल 19 अभियोगों में 30 अभियुक्त गिरफ्तार किये। साथ ही बागेश्वर ने 23.54 ग्राम स्मैक, 4.016 किग्रा. चरस, बरामद कर कुल 7 अभियोगों में 9 अभियुक्त गिरफ्तार किये।
इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक डॉ नीलेश आनन्द भरणे ने टीमों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि ऊधमसिंहगर और नैनीताल में एसओजी व एएनटीएफ की टीमें अलग- अलग रहेंगी। जिनका परिवेक्षण जिला स्तर पर पुलिस अधीक्षक अपराध करेंगे। जबकि पर्वतीय जनपदों में एसओजी और एएनटीएफ संयुक्त रुप से कार्य करेंगे। कहा कि यदि किसी जिले में जनशक्ति कम है तो पत्राचार करें टीम में नये कार्मिकों की तैनाती की जाये। आईजी ने कहा कि एक माह बाद पुनः इन टीमों की समीक्षा की जायेगी। जिसका कार्य उत्कृष्ट होगा, उसे पुरुस्कृत और जिसका कार्य संतोषजनक नहीं होगा, उसके विरुद्घ कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि रेंज स्तर पर गठित एन्टी न्यूसेंस स्कार्ड द्वारा यदि किसी थाना क्षेत्रान्तर्गत कोई बड़ी कार्यवाही की तो उस क्षेत्र के थाना प्रभारियों पर भी कार्यवाही होगी। इस दौरान सभी जिलों के क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन, एसओजी प्रभारी, एनटीएफ प्रभारी और उनकी टीम में मौजूद रही।