उत्तराखण्डजन-मुद्देनैनीताल

प्रभावितों को समय पर नहीं मिला आपदा नुकसान का मुआवजा, डीएम नाराज

ख़बर शेयर करें -

भीमताल। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान  जनपद के दूरस्थ विकासखंड ओखलकांडा के चंपावत सीमा से लगे अंतिम ग्राम गोनियारो में शिविर लगाकर जनसमस्याओं को सुना। शिविर में मुख्य रूप से  बिजली,पानी, सोलर लाइट, गैस, मनरेगा, दैवीय आपदा से क्षति सहित अन्य समस्याओं से संबन्धित लगभग 150 से अधिक शिकायतें दर्ज हुई। जिसमें जिलाधिकारी ने  अधिकांश समस्याओं में शिकायतकर्ता की सुनवाई कर मौके पर निस्तारण किया गया। 

डीएम ने कहा कि शिविर में देखने को मिला कि दूरस्थ क्षेत्रों में अधिकारियों के   भ्रमण न करने के कारण जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में  परेशानी का सामना करना पड़ता है, उन्होंने कहा कि फील्ड ऑफिसर  अपने समकक्ष अन्य विभागों के  अधिकारियों का नंबर रखे और आपसी समन्वय से जनता के कार्य को प्राथमिकता से करें,जिससे विभिन्न योजनाओं के तहत आवेदनकर्ता को अनावश्यक दफ्तरों के चक्कर नहीं काटना पड़े और योजनाओं का लाभ भी समय से मिल सके। 

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंडः विवाद में पड़ोसी के घर लगा दी आग, 11 झुलसे

शिविर में स्थानीय लोगों ने बताया कि 16 जुलाई की बारिश से खेतीबाड़ी और मकान को नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग द्वारा भारी बारिश से हुए नुकसान का समय से जायजा और मुआवजा न देने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए एसडीएम धारी को प्रत्येक घर का सर्वे करवाते हुए मौके पर ही सहायता राशि वितरित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही डीएम ने कहा कि तहसील स्तर से सहायता राशि वितरित करने में जिस स्तर से भी लापरवाही की गई है उसे एसडीएम संबधित कार्मिक की जिम्मेदारी तय करते हुए स्पष्टिकरण लें। डीएम ने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देशित किया है कि मानसून अवधि में अतिवृष्टि से होने वाले नुकसान का अधिकारी तत्काल जायजा लेते हुए कार्यवाही करें । 

कैंप में कई लोगों ने मनरेगा योजना से संबंधित शिकायत की। उन्होंने बताया कि मनरेगा योजना के तहत भुगतान, जियो टैगिंग, कार्य योजनाओं में समस्याएं आ रही है। जिस संबंध में डीएम ने जिला विकास अधिकारी को गौनियारो में मनरेगा योजना के तहत होने वाले ऑन गोइंग और नए कार्यों की विस्तृत जांच के आदेश दिए। कहा कि मनरेगा मांग आधारित योजना है,साथ ही बजट की  कमी नहीं होती किंतु कार्मिकों की लापरवाही और मनमानी के कारण लोगों को समस्याओें का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि जांच में अगर कोई दोषी पाया जाता है,तो सम्बंधित कार्मिक के खिलाफ कार्यवाही की जाए। 

यह भी पढ़ें -  ब्रेक फेल होने से खाई में गिरा ट्रक, क्लीनर की हुई मौत

पीएमजीएसवाई की लगभग 35 किमी सड़क की खस्ता हालात और मानसून से पूर्व नालों की सफाई, झाड़ी कटान न होने पर डीएम ने ईई पीएमजीएसवाई को विभाग के संबंधित अभियंता पर कार्यवाही करने और  तत्काल सड़क की परिस्थिति सुधारने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एसडीएम धारी को सड़क के कार्य की तकनीकी टीम द्वारा जांच करने के निर्देश दिए ।

यह भी पढ़ें -   67वें राष्ट्रमण्डल संसदीय सम्मेलन में डॉ. नरेश बंसल ने किया प्रतिभाग, रखी भारत की बात

 डीएम ने कहा कि मानसून से पूर्व सभी निर्माणदाई एजेंसियों को नाली सफाई, झाड़ी कटान के आदेश दिए गए थे। जिससे मानसून के दौरान लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।  लेकिन विभाग द्वारा कार्य में लापरवाही देखने को मिल रही है। घरेलू गैस में मिली शिकायत के संबंध में डीएम ने  सप्लाई इंस्पेक्टर को सम्बंधित सप्लाई एजेंसी का निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। कहा की भविष्य में इस तरह को शिकायत दुबारा न आए, इसके लिए समय समय पर खुद ही निरीक्षण करें।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Join WhatsApp Group