उत्तरकाशी में बादल फटने से मचा कहर: दो मजदूरों के शव मिले, सात की तलाश जारी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार देर रात पालीगाड़ ओजरी डाबरकोट के पास सिलाई बैंड क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही मच गई। इस हादसे में एक निर्माणाधीन होटल का स्थल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जहां टेंट में रह रहे मजदूर तेज सैलाब में बह गए। अब तक दो मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि सात अन्य की तलाश जारी है।
बड़कोट थानाध्यक्ष दीपक कठेत के अनुसार, हादसा रात करीब 12 बजे हुआ। यमुनोत्री हाईवे पर चल रहे सड़क और होटल निर्माण कार्य में लगे मजदूर टेंट में ठहरे हुए थे। अचानक तेज बारिश के बाद आए सैलाब में टेंट बह गए।
पालीगाड़ चौकी प्रभारी कांतिराम जोशी ने बताया कि कुल 19 मजदूरों में से 10 को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। इन्हें पालीगाड़ लाकर प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। लापता मजदूरों में पांच नेपाली मूल के, तीन देहरादून निवासी और एक उत्तर प्रदेश का निवासी है।
एसआई विक्रम सिंह के अनुसार, रेस्क्यू अभियान के दौरान दो मजदूरों के शव घटनास्थल से करीब 18 किलोमीटर दूर यमुना नदी के तिलाड़ी शहीद स्मारक के पास बरामद किए गए हैं। शवों को नौगांव सीएचसी भेजा गया है। शिनाख्त के लिए उनके साथियों को बुलाया गया है।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि लापता मजदूरों की तलाश के लिए SDRF, पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीमें लगातार तलाशी अभियान चला रही हैं। क्षेत्र में भारी बारिश और दुर्गम परिस्थितियों के बावजूद राहत-बचाव कार्य तेज़ी से जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “उत्तरकाशी में बादल फटने की दुखद घटना में कुछ श्रमिकों के लापता होने की सूचना है। SDRF और NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मैं लगातार अधिकारियों के संपर्क में हूं और प्रभावितों को हरसंभव सहायता पहुंचाई जा रही है।”
