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10 हज़ार का इनामी, पुलिस पर फायरिंग, अब कानून के शिकंजे में फंसा

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उत्तराखण्ड एसटीएफ और रामनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है। इसके तहत 10 हजार रुपये के इनामी और लंबे समय से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी रामनगर थाना क्षेत्र में की गई है।

गुरप्रीत सिंह वर्ष 2016 में रुद्रपुर में हुए चर्चित छोटे प्रधान हत्याकांड और वर्ष 2017 में रामनगर में पुलिस पार्टी पर जानलेवा फायरिंग जैसे गंभीर अपराधों में वांछित था। कोर्ट द्वारा उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका था और वह लंबे समय से विदेश में छिपा हुआ था।

इस गिरफ्तारी को उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे इनामी और फरार अपराधियों के विरुद्ध विशेष अभियान की बड़ी सफलता माना जा रहा है।

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पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के निर्देश पर चल रहे अभियान के तहत एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  नवनीत सिंह भुल्लर के नेतृत्व में गठित टीम ने पिछले एक महीने से तकनीकी और भौतिक सूचनाओं के विश्लेषण के आधार पर अपराधी की तलाश शुरू की थी।

गुरप्रीत की गिरफ्तारी रामनगर पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में की गई। टीम ने गुरुवार दोपहर जैसे ही इनपुट प्राप्त किया कि गुरप्रीत रामनगर क्षेत्र में मौजूद है, तुरंत जाल बिछाया गया और नाकेबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार आरोपी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, निवासी मनतारापुर, थाना हस्तिनापुर, जिला मेरठ (उत्तर प्रदेश), एक पेशेवर भाड़े का हत्यारा है। वर्ष 2016 में रुद्रपुर में छोटे लाल नामक ग्राम प्रधान की दिनदहाड़े कांट्रैक्ट किलिंग में इसकी भूमिका रही। वहीं 2017 में रामनगर में पुलिस पार्टी ने जब गुरप्रीत को रोका तो उसने अपने साथियों के साथ पुलिस पर कई राउंड फायरिंग की थी। हालांकि इस घटना में कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ था।

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गुरप्रीत के खिलाफ उत्तराखण्ड के रुद्रपुर और रामनगर के अलावा पंजाब के मोहाली और अमृतसर में हत्या, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत छह से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तारी के बाद वह जमानत पर बाहर आया था और फिर फरार होकर विदेश भाग गया था। विभिन्न न्यायालयों द्वारा उसे भगोड़ा घोषित करते हुए स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए थे।

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एसएसपी नैनीताल श्री प्रहलाद नारायण मीना ने बताया कि अभियुक्त की गिरफ्तारी रामनगर कोतवाली में दर्ज मामले के तहत की गई है। गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया है और अन्य संबंधित थानों को सूचना दे दी गई है।

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