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लोगों को लालच देकर सगे भाईयों ने बनाया शिकार, एसटीएफ ने किए गिरफ्तार

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उत्तराखंड एसटीएफ के हाथ बड़ी सफलता लगी है। एसटीएफ ने ठगी के आरोप में फरार दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर पुलिस ने क्रमशः 25,000 और 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। जगदीश बोरा और कमलेश बोरा, जो पिथौरागढ़ के निवासी हैं, को उत्तराखण्ड एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। ये दोनों भाई लगभग 25-30 करोड़ रुपये की ठगी के आरोपी हैं।

एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, ये भाई पिछले तीन वर्षों से गिरफ्तारी से बचने के लिए अलग-अलग राज्यों में अपनी पहचान छिपाकर रह रहे थे। उनकी गिरफ्तारी के लिए उत्तराखण्ड के कई जनपदों और सीबीसीआईडी की टीमों ने लगातार प्रयास किए।

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27 अक्टूबर को पटेल नगर, दिल्ली के थाना क्षेत्र से जगदीश और कमलेश बोरा को गिरफ्तार किया गया। इन पर पिथौरागढ़ में विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं, जिनमें धारा 420, 506, 406, 120 बी भादंसं, 03 यूपीआईडी एक्ट और गैंगस्टर एक्ट शामिल हैं।

जगदीश और कमलेश बोरा ने वर्ष 2019 से पिथौरागढ़ क्षेत्र के भोले-भाले लोगों को शेयर मार्केट और विभिन्न स्कीमों में निवेश कर अधिक मुनाफा दिलाने का झांसा देकर करीब 40-50 व्यक्तियों से लगभग 25-30 करोड़ रुपये हड़प लिए। जब लोग अपना पैसा वापस मांगते, तो वे कहते कि उनका पैसा शेयर मार्केट में लगा है और बाजार बढ़ने पर मुनाफा मिलने पर पैसा लौट जाएगा।

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इन दोनों भाइयों के साथ एक गैंग में 17 अन्य सदस्य शामिल थे, जो विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय थे। पिथौरागढ़ के अलग-अलग थानों में उनके खिलाफ दर्जनों मुकदमे पंजीकृत हैं। एसटीएफ ने पिछले दो वर्षों से इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी थी और मैन्युअल सूचना एकत्रित की थी, जिसके आधार पर गिरफ्तारी संभव हो सकी।

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