उत्तराखण्डजन-मुद्देनैनीताल

राज्य आंदोलनकारियों की चेतावनी: उत्तराखंड अपनी अस्मिता पर हमला सहन नहीं

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नैनीताल। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी की बैठक में उत्तराखंड की अस्मिता एवं स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ करने वाले गालीबाज कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारी 10 मार्च सोमवार को प्रदेश भर में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन देंगे।

खुरपातार लेक इन नैनीताल में राज्य आंदोलनकारी इंद्र सिंह मनराल की अध्यक्षता एवं पान सिंह सिजवाली के संचालन में संपन्न बैठक में मुख्य अतिथि राज्य आंदोलनकारी हुकुम सिंह कुंवर ने अपने संबोधन में कहा कि विधानसभा के अंदर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा द्वारा जिस तरह से  असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया गया उसे न केवल समूचा उत्तराखंड बल्कि पूरा देश शर्मसार है। राज्य आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी, भुवन जोशी ने विधानसभा अध्यक्ष, उत्तराखंड सरकार ,भारतीय जनता पार्टी गालीबाज अभी तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जिससे राज्य की जनता आहत है एवं आक्रोशित है। बैठक में निर्णय लिया गया कि 10 मार्च सोमवार को मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को प्रकाश करने की मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारी मंत्री प्रेमचंदअग्रवाल को  बर्खास्त करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन देंगे।

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बैठक मे प्रदेश के सभी संगठनों को एक मंच पर लाने के लिए एक समिति के गठन का एक समिति के गठन का निर्णय लिया गया। बैठक में राजा आंदोलनकारी को मिलने वाले आरक्षण, सम्मानराशि में विसंगतियां आरक्षण एवं पेंशन में विसंगतियों को दूर करने तथा छूटे राज्य आंदोलनकारीयों के चिन्हीकरण की मांग की गई। 

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इस अवसर पर जिला अध्यक्ष गणेश सिंह बिष्ट, कंचन चंदोला, लक्ष्मी  नारायण लोहनी, पान सिंह रौतेला, लीला बोरा,योगेश सती, राजेंद्र खुल्बै, चंद्रशेखर जोशी, बृजमोहन सिजवली, मनमोहन सिंह कंनवाल, कमलेश  चंद्र पांडे, महेश चंद्र जोशी, दीवान सिंह कनवाल, हीरा सिंह बिष्ट गिरीश चंद्र जोशी, वीरेंद्र चंद्र जोशी, हेम पाठक, संजय सिंह विष्ट, मुनीर आलम, जगदीश चंद्र तिवारी,  पीतांबर तिवारी, हरेंद्र सिंह बिष्ट, दीप चंद्र तिवारी, नरेंद्र सिंह बिष्ट, हेमचंद्र वारियाल, महेश पन्त , भगवान पाठक, मुकुल कांडपाल, देवेंद्र विष्ट, प्रदीप अनरिया आदि थे।

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